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हूंगरजीयति कागळनो हस्तलिखित ग्रंथभंडार - जैसलमेर दुर्ग झेरोक्ष । सी.डी.नं. ग्रंथान
विशेष नोंध .. १७९... १९७ ....................... १४०0...पत्र १५ मुं नथी.
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[.. श्लोक १५८ ....
ग्रंथांका ग्रंथर्नु नाम
संवत | पत्र संख्या १७९... अनुयोगदारसूत्र १८० .. उत्सूत्रखंडनाधिकार १८५ .. त्रैलोक्यदीपिका संग्रहणी सह टवार्थ ....... .ले. भक्तिसागरमुनि ..................१८३२ ... श्री जिनपंजरस्तोत्र .
.कमलप्रभसूरि ..... ../विज्ञानचन्द्रिका .............
.जयशेखर ....... धर्मास्तिकाय चतुभंगी... सुभाषित संग्रह .......
साधुवंदना ....... १८७ .. चाणक्यनीतिशास्त्र अपूर्ण १८८ ... दुहाबावनी .............. १८९ ... पंचपरमेष्ठि मंत्रार्थ १९० .. विचारसंग्रह १९१ ... देवीदास कवित्त ..
देवीदास ...... ............ १९२ .. मंत्र तंत्रनो ग्रंथ (चमत्कार चिंतामणी)..... १९३ ..बलिनरेन्द्रनी कथा.. ...................... भावहर्ष गणि ........................१५९३ -... १९४ ... पृथ्वीचन्द्र चरित्र ...
.जयसागर उपाध्याय ...... ............१८८२ १९५ ... मिथ्याज्ञान खंडन ..
.ले.मतिसागर,क.रविदास षट्पंचाशिका वृत्ति सह
-वृत्ति - विनयसुंदर .................... १९८४ ...चंद्रलेखा चौपाई ....
...रत्नवल्लभ
- रत्नवल्ल भ ..........................१८५१ १९८ ... नवकार वालावबोध .
प्रश्नोत्तर बोलसंग्रह,
नवस्मरण तथा थिरादृष्टि स्वाध्याय .......... २०१...आठ महासिद्धि. २०२ .. भक्तामर स्तोत्र....
मानतुंगसूरि ..... २०३ ... सारस्वतकौमुदी........... २०४ ... भू धातुवृत्ति .............
हर्षविमलमुनि.. २०५ .. ज्योतिषसारोद्धार टब्यार्थ.
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.... १७९... १९७ ....... ३३२.
.... १७९... १९७ ....... ३३२ .... १७९... १९७ ..
....२०४... २३४ .......
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