________________
जिनभद्रसूरि कागळनो हस्तलिखित ग्रंथ भंडार - जैसलमेर दुर्ग झेरोक्ष सी.टी ग्रंथान विशेष नोंध
२-३०
२५
१२२ ग्रंथांक ग्रंथ नाम स्थिति
भाषा संवत् । पत्र संख्या १४६०......पडावश्यकसूत्र सस्तबक........... मध्यम...
प्रा.गू १४६१......आवकपडावश्यकसूत्र सस्तबक ........ १४६२ ......श्रावकषडावश्यकसूत्र सस्तबक ....... १४६३ ..... -आवश्यकसूत्रबालावबोध अपूर्ण ...... १४६४ ..... आवकप्राकृतअतिचार सस्तबक ....
मध्यम...... १४६५ .... श्रावकअतिचार ........
जीर्ण ... १४६६ .... आवकअतिचार ..
श्रेष्ठ ... १४६७ .... दशवकालिकसूत्र ......
श्रेष्ठ ..... शय्यंभवसूरि दशवकालिकसूत्र चारअध्ययनपर्यंत ... मध्यम.. १४६९ ... दशवकालिकसूत्रवृत्ति
श्रेष्ठ .... हरिभद्रसूरि वृ. आवश्यकसूत्रलघुवृत्ति ..
श्रेष्ठ .... सुमतिसूरि उत्तराध्ययनसूत्र ...... उत्तराध्ययनसूत्र ....
.......... उत्तराध्ययनसूत्र उत्तराध्ययनसूत्र उत्तराध्ययनसूत्रनियुक्ति
श्रेष्ठ .... भद्रबाहुस्वामी १४७६ ...... उत्तराध्ययनसूत्र सुखबोधावृत्तिसह ...... श्रेष्ठ ..... नेमिचंद्रसूरि ..............प्रा.सं.ले.१६२४.र.११२९
।२८२ |.....७००
१४६८ ...
४६९ ...२८२/....६८१०
+२८२....२६००
७00
...मू.१४००
.टि.१२००० ............. १४००० ...१४७८ (१.२)-२८२ -- १४०००
१४७७ ...... उत्तराध्ययनसूत्र सुखबोधावृत्तिसह ......श्रेष्ठ ..... नेमिचंद्रसूरि -.........प्रा.सं..........र.११२९ १४७८ ...... उत्तराध्ययनसूत्र सुखबोधावृत्तिसह ..... श्रेष्ठ .... नेमिचंद्रसूरि -वृ..........प्रा.सं.र.११२९-ले.१५८६ १४७९ ...... उत्तराध्ययनरात्रिसुखबोधावृत्ति-नवम अध्ययन पर्यंत..
श्रेष्ठ ..... नेमिचंद्रसूरि -वृ........... सं.- ...र.११२९ १४८०...... उत्तराध्ययनसूत्र अवचूरिटिप्पणीसह ... श्रेष्ठ .... ज्ञानसागरसूरि अब....... सं.ले.१४८६.२.१४४१ १४८१...... उत्तराध्ययनसूत्र प्रथमद्वितीयाद्ययन सस्तबक
मध्यम.. १४८२ ....... उत्तराध्ययनसूत्र स्तबक अपूर्ण .......... जीर्ण १४८३ ...... उत्तराध्ययनसूत्र दीपिकासह
....२४४...१४८३ (१.२) + २८३ -- १०७००
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org