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पत्र संख्या
जिनभद्रसूरि कागळनो हस्तलिखित ग्रंथ भंडार - जैसलमेर दुर्ग झेरोक्षसी .डी. ग्रंथान
विशेष नोंध ......................... गा.८४
गुज.
- ९३२
श्रेष्ठ....
का.१७५गा.५४४
बबबबब
.......
प्रति पाणीमां भीजाएली छे . गा.२०२, प्रति पाणीमां भीजाएली छे.
.....
.
ग्रंथन नाम
स्थिति कर्ता । भाषा | संवत् बुद्धिरास
जीर्णप्राय शालिभद्रसूरि चतुर्विशतिजिनचरित्रस्तोत्र
श्रेष्ठ.. कथासंग्रह
श्रेष्ठ..... सप्ततिशतस्थानप्रकरण कर्पूरप्रकर
श्रेष्ठ ..... हरिकवि उपदेशमालाप्रकरण
जीर्णप्राय धर्मदासगणि शीलरास यू.अ. शीलोपदेशमालायालायवोध, बीसलरास प्रश्नोत्तर चार्थिक ................ मल्लिज्ञाताध्ययनगत आलापक ......... अतकृदशागसूत्र........................ श्रेष्ठ, बोलसंग्रह ...............
श्रेष्ठ. पंचवर्गपरिहारनाममाला-अपवर्गनाममाला श्रेष्ठ .... जिनभद्रसूरि ............ ९४५.. .... औपपातिकसूत्र....
श्रेष्ठ.... द्वादशव्रतस्वरूप आदि ............ श्रेष्ठ...... ज्योतिष्करंडकवृत्तिगत सप्तदश प्राभृत वृत्ति सह
मध्यम .. मलयगिरिसूरि चंद्रप्रभस्वामिस्तोत्र षड्भाषामय सटीक जीर्णप्राया ९४९. कालिकाचार्यकथाबालावबोध जीर्णप्राय ९५०..... .दशवकालिकसूत्र................... दशवैकालिकसूत्र.
श्रेष्ठ..... शय्यंभवसूरि ............ प्रा.. ............ १६११ ९५१/१.... नवतत्त्वप्रकरण सस्तबक .....................
विमलकीर्तिगणि ........ प्रा.गु..
वाचनाचार्य ९५१/२.....जीवविचारप्रकरण सस्तबक ............ मध्यम ... विमलकीर्तिगणि ........ प्रा.गु.
वाचनाचार्य ९५२ ........ सम्यक्त्वपंचविंशतिका
सम्यक्त्वस्वरूपस्तवन सटीक पंचपाठ जीर्ण ...
......... प्रति पाणीमा भीजाएली छे ....... अं.७९०
- प्रति पाणीमां भीजाएली छे ...९४४.२७२ .....३६०
गुज..
९४४ .....
• सं.
...९४८ ...२७२
.. ग्रं.७०० ...गा.५१.
...........
...मा.५१/
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