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६४०
प्रौढमनोरमा ३६५ फणिभाषित - व्याख्या ३८३ फाल्गुनचातुर्मासकव्याख्यान ११२ बीसी - बार्थ १९१
बन्धस्वामित्व २०७
बरडाक्षेत्राधीशस्तोत्र २६५
बरजास्तोत्र २६५ बहिर्मातृकान्यास २७१
बालतंत्र ४२१
वीजगणित ४३५
बृहत्कल्प ३७९ बृहत् कल्प- चूर्णि ४८
बृहद क्षेत्रसमास - वृत्ति १६५
बृहच्छान्ति ९२
बृहन्नमस्कारफल २९३
ब्रह्मचर्याष्टक २०१ ब्रह्मदेव-वृत्ति २०३ भक्तामर - दीपिका
९३
भक्तामरस्तव ९४, २८१, २८७ भक्तामरस्तव - टीका ९४
६. प्रशस्तिगत - ग्रन्थादिनाम्नामनुक्रमणिका
भक्तामर स्तवन ९६ भक्तामर स्तवराज-वृत्ति ९४ भक्तामरस्तव - विषमपदावचूरि ९५ भक्तामर स्तव - वृत्ति ९३
भक्तामरस्तव - व्याख्या ९३ भक्तामर स्तोत्र ९२ ९३, ९५ भक्तामर स्तोत्रम हास्तवन-वृत्ति ९४ भक्तामरसेतत्र वृत्ति ९३, ९४, ९५ भक्तामर स्तोत्रस्तवावचूर्णि ९५ भक्तामराख्यसूत्र - वृत्ति ९३
भगवती २५, २८ - बीजक २७ - वृत्ति २४ - सूत्र २३, २४, २७, १३७ - सूत्रवृत्ति २६ भरटकद्वात्रिंशिका ३४४
भरतकारिताष्टापदस्वरूप १२८ भरतचक्रवर्तिचरित २४२
भवभावनाप्रकरण १३८
भवभावनावर्णि १३९
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भावचक्र ४४०
भावछत्रीसी ३२८
भावविजयी - कथानक ८२.
भावषट् त्रिंशिका - सदोग्धका ३२९
भावशतक ३३० भावसप्ततिका ४४०
भाषापरिच्छेद
भाष्य ३
भाष्यत्रसूत्रार्थ ७७
भाष्यधातुप्रदीप ३६९
भुवनभानुकेवलिचरित २४४, २४५ भुवनभानुकेवलिदृष्टान्त - बालावबोध २४.३
भृगुमण्डलकरण ३९०
भोजचरित्र ३१३ मणिपतिराजर्षिचरित ३०६
मणोरमाकहा ३५१, ३५२
मण्डलकुलक ४४९
मण्डलप्रकरण ४४९
मण्डलप्रकरण-वृत्ति ४५०
मदनपराजय ३३७
मदन विनोद निघण्टु ३९९, ४०१ मध्याहव्य ख्यानपद्धति ११८, १२० मनोहर गिरा - समयसारटीका २०६ मन्त्रकल्प २७२
मन्त्राधिराजषट्कर्म द्रव्यसमुदयषट्कर्म
यन्त्रोद्धार २६९ मन्मथपुत्र राजरूप से नकथा ३४३
महत्पञ्चकल्पभाष्य ६१ महाकर्म प्रकृतिप्राभृत २०७ महादेवीमन्थ ४४०
महादेवी - दीपिकावृत्ति ४४१
महानाटक ३३७
महापुराण ३५६, ३५७ महाबंध २०७
महाविद्यादशश्लोकी १० महावीरकलस ३६२
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