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जैन ताडपत्रीय ग्रंथभंडार सूचीपत्र
प्रदर्शनीम जूषामां (शोकेसमां) मूकेली वस्तुओ १ एक डब्बामां प्राचीन ताडपत्रीय पुस्तकोना टूकडाओ २ ताडपत्रीय अनेक ग्रंथोनां पानां
३ श्रीमहावीरस्वामि भगवाननां पांच कल्याणकनी चित्रपट्टिका ४-५ चोवीस तीर्थकरोनी माताओनी बे चित्रपट्टिकाओ
६ जलक्रीडा आदि विषयक चित्रपट्टिका
आ चित्रपट्टिकामां जिराफर्नु चित्र छे, जे ऐतिहासिक अने प्राणिशास्त्रनी दृष्टिए घगुंज महत्त्वनु छे। आ पट्टिकानी बीजी बाजुए चौद स्वप्नो चीतरेला छ।
७ नदी अने जलाशय दृश्य विषयक चित्रपट्टिका ८ भगवान श्रीऋषभदेवना जीवनप्रसंगविषयक चित्रपट्टिका (१) भगवाननी भिक्षायाचनामां स्त्री-हाथी-घोडा वगेरेनु दान अने तेनो अस्वीकार तथा श्रेयांस
कुमारनुं इक्षुरसदान (२) नमि-विनमि कुमारोनी राज्यभागयाचना आदि प्रमंगो. ९ निशीथसूत्र साथेनी पट्टिका
आ पट्टिका आचार्य श्रीजयसिंहना नामथी अलंकृत छे। आमां हाथी-सिंह आदि प्राणियोनां सुंदर चित्रो छे तथा आ पट्टिकानो रंग अति प्रभावित छ। पट्टिका उपा "निसीहभास्यपुस्तकं श्रीजयसिंहाचार्या. ' णाम् ” एवो उल्लेख छ।
१० काष्ठपट्टिका
आ पट्टिका चित्र विनानी होवा छतां, ए श्रीखरतरगच्छीय मह प्रभावक युगप्रवान आचार्य श्री जिनदत्तसूरि महाराजना नामथी विभूषित होई घगी ज महत्त्वनी छे । आ पट्टिकाओ दशवकालिकचर्णि अने टीकानी प्रति साथे जोडाएली हती। पट्टिका उपर "॥छ। श्रीमज्जिनदत्तसूरीणां दशवकालिकवत्तिच ॥छ॥ प्रधानाक्षरा ॥” एवो उल्लेख छे.
११ भगवान महावीरना जीवनप्रसंगने लगती खंडित चित्रपट्रिका
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