________________
७९
विद्वान उपरथी कृति माहिती नेमिचन्द्रसूरि-आचार्य प्रवचनसारोद्धार प्रा. ग्रं.२०००\ गा.१५९९। नमिऊण जुगाइजिणं (जेताजि१५२, जेताजि१६१, जेताजि१६७,
जेताजि२०६, पाताखेत२४-१, पातासंघवीजीर्ण२९, पातासंघवीजीर्ण४२, पातासंघवीजीर्ण८४, पातासंघवी१५०,
पातासंघवी१४७-१, पातासंघवी१५७-२, खंता१५४, खंता१५५, पाकाहेम१०३६१, पाकाहेम१०५६४) नेमिचन्द्रसूरि - जुओ - देवभद्र-मुनि पउम-अज्ञात (प्र. नाम-अज्ञात-पद्म)
शालिभद्रकारको अप. गा.६९\ भलि भञ्जण कम्मा (पाताखेत१२, पातासंघवी७२-३) पङ्कजनन्दि-मुनि
स्नानाष्टक सं. श्लोका सन्माल्यादि यदी (भांका२९३) पण्डरीक विट्ठल-जैनेतर-कर्णाटक ज्ञातीय
नर्तननिर्णय। सं. (पाकाहेम८६३५) पतञ्जलि-ऋषि पाणिनिव्याकरण-(सं.)महाभाष्य। सं. (पाकाहेम९३७, पाकाहेम९३८, पाकाहेम९३९, पाकाहेम९४०, पाकाहेम९४१,
पाकाहेम९४२, पाकाहेम९४३) पातञ्जलयोगसूत्र सं.। अथ योगानुशासनम् (तालाद३४४-१) पद्म - जुओ - पउम-अज्ञात पद्मचन्द्रसूरि शिष्य-मुनि
सम्यक्त्वोपरि विक्रमसेनचरित्रआदि कथाओ। सं. तिसकुच्छिसरोवरक (पातासंघवी६५-४) पद्मनन्दि-अज्ञात पद्मनन्दिपञ्चाशिका सं. श्लोक५१ (पाकाहेम६५९५) पार्श्वनाथयमकमयस्तव सं. का.९ लक्ष्मीर्महस्तु (जेताडूं१५२, पाकाहेम१२३०८, पाकाहेम१२३०९) पद्मनन्दिदेव-मुनि-दिगम्बर
चतुस्त्रिंशतिकास्तोत्र सं.\ शुद्धप्रकाशमहिम (पाकाहेम७४०२) धर्मरसायण\ प्रा. गा.१९५\ णमियूण वड्ढमाणं (भांका२८७) धर्मोपदेशामृत सं. श्लोक३४\ निःशेषामलशीलसद् (भांका२९३) पद्मप्रभसूरि-आचार्य
भुवनदीपक\ सं. श्लोक१८७ (पाकाहेम६८१५, पाकाहेम१०७२४) मुनिसुव्रतस्वामिचरित्र पद्य सं. ग्रं.५५६८ (जेताजि२५६, जेताजि२५७, जेताजि२५८, पाकाहेम७०२८) पद्मप्रभसूरि-आचार्य
कुन्थुनाथचरित्र। सं. श्रिये देवाधिदे (पुप्रे४२६) पद्मसागर-गणि
नयप्रकाशस्तव सं. श्लोक७४०\ तस्मै नमः श्रीज (पाकाहेम८७५९, पाकाहेम१२६७७, भांका१८४) नयप्रकाशस्तव-(सं.)स्वोपज्ञ टीका सं. प्रमाणवाक्यं नय (पाकाहेम८७५९, पाकाहेम१२६७७, भांका१८४) युक्तिप्रकाश सं. श्लोक२८ प्रणपत्यव्यक्तभ (पाकाहेम५०९४, भांका२८५)
युक्तिप्रकाश-(सं.)स्वोपज्ञ विवरण\ सं. प्रणम्य श्रीमहा (पाकाहेम५०९४, भांका२८५) पद्मसुन्दर-उपाध्याय-नागपुर तपागच्छ
जम्बूस्वामी अध्ययन प्रा. तेणं कालेणं. रा (भांका२५०) ज्ञानचन्द्रोदयनाटक श्लोकबद्ध सं. (पाकाहेम७३८२) प्रमाणसुन्दरप्रकरण। सं. (पाकाहेम२४४६)
राजप्रश्नीयोपाङ्ग अन्तर्गत नाट्यपदभजिका सं. (पाकाहेम१०५४९) पद्मसुन्दर-पण्डित गुरु-पण्डित पद्ममेरु पार्श्वनाथचरित्र सं. भास्वद्भोगीन्द् (पुप्रे४२९)
रायमल्लाभ्युदयमहाकाव्य सं. स श्रीमान्नाभिस (पुप्रे४३२) पद्मानन्द-कवि पदमानन्दशतक-वैराग्यशतक सं. का.१०३ (पाकाहेम८६६९)