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कृति उपरथी प्रत माहिती पाताहेसं १६८- पे.क्र. १४, पृ. २७अ-२९अ, दशवैकालिकसूत्र, पाक्षिक सूत्रस्तोत्रवृत्ति, स्तुति स्तवनादि, संपूर्ण
पे. विशेष- संपूर्ण. झेरोक्ष पत्र-३१-३२. प्रत विशेष- प्रारंभिक कुछेक पत्र उभय पार्श्व खंडित होने से पाठ भी खंडित है.
कुल झे.पृष्ठ-७२, डीवीडी-९/१८ शास्वतजिनभवनस्तवन
अप., पद्य, गा.१५, आदि वाक्यः कल्लाणपरम्परकारगाणि... पाकाहेम १२३९१, पृ. १, शास्वतजिनभवनस्तवन, वि-१७वी, संपूर्ण
कुल झे.पृष्ठ-२ शास्वताशास्वतचैत्यस्तवन (जैनचैत्यस्तुति)
सं., पद्य, श्लोक९, आदि वाक्यः सद्भक्त्या देवलोके रविशशिभवने व्यन्तराणां निकाये... पाकाहेम १३१७१- पे.क्र. ६, पृ. ३B-४A, वीरजिन,भारती-सरस्वति आदि स्तोत्रसङ्ग्रह, वि-१९मी, संपूर्ण
कुल झे.पृष्ठ-८ शिक्षाकुलक
आचार्य-जिनदत्तसूरि, प्रा., पद्य, गा.७४, पाकाहेम ३८९४- पे.क्र.९, पृ. ५४-५६, उपदेशरसायनादिसङ्ग्रह, वि-१६मी, संपूर्ण
कुल झे.पृष्ठ-६ शिक्षाशतक
प्रा., पद्य, रचना सं. विक्रम १६मी, गा.१००, आदि वाक्यः केवल अप्पसरूवं... पाकाहेम १३५१- पे.क्र. ३, पृ. ३-६, यतिशिक्षापञ्चाशतादि, संपूर्ण
कुल झे.पृष्ठ-७ पाकाहेम ७८७८, पृ. ४, शिक्षाशतकप्रकरण, वि-१५४१, संपूर्ण
कुल झे.पृष्ठ-४ भांका १२९, पृ. ८, शिक्षाशतक, संपूर्ण
डीवीडी-८५ शिल्पशास्त्र लक्षणसमुच्चय जुओ - लक्षणसमुच्चय शिल्पशास्त्र, जैनेतर-विरोचन, संस्कृत शिशुपालवध (माघ काव्य)
कवि-माघ, सं., पातासंघवीजीर्ण २८, पृ. १४५, शिशुपालवधटीका (माघ काव्य), त्रुटक प्रत विशेष- त्रुटक, पेज नं. ३५-७९, अने ४९-१७९ लखेला छे.
डीवीडी-५६/५९ पातासंघवी ६९-३, पृ. १८५, शिशुपालवध (माघ काव्य), वि-१२९६, संपूर्ण
डीवीडी-३१/४९ पाकाहेम १०१०८, पृ. १२, शिशुपालवधमहाकाव्य सटीक पञ्चपाठ, वि-१६मी, अपूर्ण प्रत विशेष- प्रति पाणीथी भींजायेली छे.
कुल झे.पृष्ठ-१३ शिशुपालवधमहाकाव्य-(सं.)टीका
सं., गद्य, पाकाहेम १०१०८, पृ. १२, शिशुपालवधमहाकाव्य सटीक पञ्चपाठ, वि-१६मी, अपूर्ण प्रत विशेष- प्रति पाणीथी भींजायेली छे.
कुल झे.पृष्ठ-१३ शिशुपालवधमहाकाव्य-(सं.)सन्देहविषौषधि टीका (सन्देहविषौषधि टीका)
वल्लभदेव, सं., गद्य, पातासंघवीजीर्ण २८, पृ. १४५, शिशुपालवधटीका (माघ काव्य), त्रुटक
प्रत विशेष- त्रुटक, पेज नं. ३५-७९, अने ४९-१७९ लखेला छे.
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