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कृति उपरथी प्रत माहिती प्रा., पद्य, गा.१२, आदि वाक्यः बम्भी महासुन्दरी... पाताहेसं १८९- पे.क्र. १५, पृ. १००B-१०२A, दशवैकालिकसूत्रादि प्रकरणसङ्ग्रह, संपूर्ण प्रत विशेष- त्रुटक. कुल पत्र-४५+१५९=२०४. इसमें दूसरे क्रम के पत्रांक १८-४६ नहीं है. कुछेक पत्रों पर
बीजक दिया हुआ है. कुछ पत्रों के आधे भाग खंडित हैं.
कुल झे.पृष्ठ-८४, डीवीडी-१०/१९ महासतीलेखपद्धति
सं., पाकाहेम ८०१३- पे.क्र. १, पृ. १, महासतीलेखपद्धति तथा श्राविकालेखपद्धति, वि-१८मी, संपूर्ण
कुल झे.पृष्ठ-२ महिपालचरित्र
गणि-वीरदेवगणि, प्रा., पद्य, गा.१८१६, ग्रं.२२००, पाकाहेम १०११९, पृ. ५६, महीपालचरित्र पद्य टिप्पणीसहित, वि-१६मी, संपूर्ण प्रत विशेष- ग्रन्थाग्र-१८००.
कुल झे.पृष्ठ-५७ पाकाहेम १०६३९, पृ. ३५, महीपालचरित्र, वि-१६मी, संपूर्ण महिपालचरित्र-(सं.)टिप्पणी
सं., गद्य, पाकाहेम १०११९, पृ. ५६, महीपालचरित्र पद्य टिप्पणीसहित, वि-१६मी, संपूर्ण प्रत विशेष- ग्रन्थान-१८००.
कुल झे.पृष्ठ-५७ महिपालचरित्र-(सं.)टिप्पणी
सं., गद्य, पाकाहेम १०११९, पृ. ५६, महीपालचरित्र पद्य टिप्पणीसहित, वि-१६मी, संपूर्ण प्रत विशेष- ग्रन्थान-१८००.
कुल झे.पृष्ठ-५७ महिसाणापुरमण्डनआदिजिनस्तवन प्रातिहार्याष्टकमय (आदिजिनस्तवन प्रातिहार्याष्टकमय महिसाणापुरमण्डन), (प्रातिहार्याष्टकमय आदिजिनस्तवन महिसाणापुरमण्डन)
सं., पद्य, श्लोक१०, आदि वाक्यः नम्रनाकिनृपवृन्द... पाकाहेम ७४०६- पे.क्र. ३, पृ.?, लक्षणशास्त्रमय महावीरस्तवन द्व्याश्रय सावचूरि आदि , वि-१७मी, संपूर्ण
कुल झे.पृष्ठ-२ महेश्वरस्तवन
सं., पद्य, श्लोक१४, पाकाहेम १०७०२- पे.क्र. २, पृ. १-६, चण्डिकाशतक आदि, वि-१६मी, संपूर्ण
प्रत विशेष- पत्र ५मुं नथी. माईय चउपाई जुओ - मातृका, अपभ्रंश, गा.६३ माघ काव्य जुओ - शिशुपालवध, कवि-माघ, संस्कृत माङ्गल्यस्तोत्र(?) जुओ - मङ्गल्यस्तोत्र, आचार्य-धर्मसूरि, संस्कृत, श्लोक१४ मातरपूजाप्रक्रम जुओ - सिद्धपूजाप्रक्रम, नैवेद्यप्रक्रम, प्रदीपारात्रिकप्रक्रम, पूजाप्रक्रम, मातरपूजाप्रक्रम, स्थापनाचार्यप्रक्रम,
षड्विधावश्यकप्रक्रम, आर्यिकाप्रक्रम, संस्कृत,प्राकृत मातृका (बावन अक्षर मातृका चउपाई), (माईय चउपाई)
अप., पद्य, गा.६३, आदि वाक्यः त्रिभुवन सरणु सुमरि जगनाहु जिम फिट्टइ भव दव दुह दाहु... पातासंघवी ७२-३- पे.क्र. १९, पृ. ४-१०, बृहत् सङ्ग्रहणी आदि, संपूर्ण
डीवीडी-३१/५० माने गोधनकथा जुओ - गोधनकथा-माने,
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