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कृति उपरथी प्रत माहिती पाकाहेम १११५३- पे.क्र. ३१, पृ. ४०-४१, मुनिचन्द्रसूरि-चक्रेश्वरसूरि-रत्नसिंहसूरिकृत प्रकरणसङ्ग्रह, वि-१९७९,
संपूर्ण
कुल झे.पृष्ठ-३५ मन्त्रकल्पादिविषयक विज्ञानभैरवाक्ष जुओ - विज्ञानभैरवाक्ष, संस्कृत मन्त्रगर्भित पार्श्वनाथस्तोत्र जुओ - पार्श्वनाथस्तोत्र मन्त्रगर्भित, संस्कृत, गा.८ मन्त्रराजरहस्य
आचार्य-सिंहतिलकसूरि, सं., रचना सं. विक्रम १३२७, ग्रं.६३२, पाकाहेम ८९१७, पृ. ६, मन्त्रराजरहस्य, वि-१७मी, अपूर्ण
कुल झे.पृष्ठ-५ मन्त्रसङ्ग्रह
आचार्य-जिनदत्तसूरि, सं.,
पाकाहेम १४५०१- पे.क्र.२, पृ. ३, नमुत्थुणं कल्प आदि, वि-२०मी, संपूर्ण मन्त्रस्नानस्तोत्र
सं., पद्य,
पाकाहेम १२३८०- पे.क्र. ३, पृ. २, ऋषिमण्डलस्तोत्र आदि, वि-१७२७, संपूर्ण मन्त्राधिराज पार्श्वनाथस्तवन जुओ - पार्श्वनाथस्तवन मन्त्राधिराज, आचार्य-जयतिलकसूरि, संस्कृत, का.१६ मन्त्रौषधिकल्पगर्भित देलउलामण्डन ऋषभजिनस्तवन (ऋषभजिनस्तवन देलउलाण्डन मन्त्रौषधिकल्पगर्भित), (देलउलाण्डन ऋषभजिनस्तवन मन्त्रौषधिकल्पगर्भित )
आचार्य-मुनिसुन्दरसूरि[तपागच्छ], अप., पद्य, श्लोक२५, पाकाहेम ८२४५, पृ. ४, मन्त्रौषधिकल्पगर्भित देलउलामण्डन श्रीऋषभजिनस्तवन सटीक त्रिपाठ, वि-१७मी, अपूर्ण
कुल झे.पृष्ठ-४ पाकाहेम ८२४७, पृ. ३, मन्त्रौषधिविचारगर्भित देलवाडामण्डन ऋषभदेवस्तवन सावचूरि त्रिपाठ, वि-१७मी, संपूर्ण
कुल झे.पृष्ठ-४ मन्त्रौषधिकल्पगर्भित देलउलामण्डन ऋषभजिनस्तवन-(सं.)टीका
गणि-चन्द्रधर्मगणि, सं., गद्य, पाकाहेम ८२४५, पृ. ४, मन्त्रौषधिकल्पगर्भित देलउलामण्डन श्रीऋषभजिनस्तवन सटीक त्रिपाठ, वि-१७मी, अपूर्ण
कुल झे.पृष्ठ-४ पाकाहेम ८२४७, पृ. ३, मन्त्रौषधिविचारगर्भित देलवाडामण्डन ऋषभदेवस्तवन सावचूरि त्रिपाठ, वि-१७मी, संपूर्ण
कुल झे.पृष्ठ-४ मन्त्रौषधिकल्पगर्भित देलउलामण्डन ऋषभजिनस्तवन-(सं.)टीका
गणि-चन्द्रधर्मगणि, सं., गद्य, पाकाहेम ८२४५, पृ. ४, मन्त्रौषधिकल्पगर्भित देलउलामण्डन श्रीऋषभजिनस्तवन सटीक त्रिपाठ, वि-१७मी, अपूर्ण
___ कुल झे.पृष्ठ-४ पाकाहेम ८२४७, पृ. ३, मन्त्रौषधिविचारगर्भित देलवाडामण्डन ऋषभदेवस्तवन सावचूरि त्रिपाठ, वि-१७मी, संपूर्ण
कुल झे.पृष्ठ-४ मन्त्रौषधिगर्भित पार्श्वनाथस्तवन* (पार्श्वनाथस्तवन मन्त्रौषधिगर्भित)
अप., पद्य, श्लोक३७, पाकाहेम ८२१०, पृ. २, मन्त्रौषधिगर्भित पार्श्वनाथस्तव सावचूरि पञ्चपाठ, वि-१८मी, संपूर्ण
कुल झे.पृष्ठ-२ मन्त्रौषधिगर्भित पार्श्वनाथस्तव-(सं.)अवचूरि
सं., गद्य, पाकाहेम ८२१०, पृ. २, मन्त्रौषधिगर्भित पार्श्वनाथस्तव सावचूरि पञ्चपाठ, वि-१८मी, संपूर्ण
कुल झे.पृष्ठ-२ मन्त्रौषधिगर्भित पार्श्वनाथस्तव-(सं.)अवचूरि
सं., गद्य,
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