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कृति उपरथी प्रत माहिती प्रत विशेष- पत्र १५४ नथी, २७८ डबल छे. बृहत् कल्पसूत्र-(प्रा.)लघुभाष्य (कल्पलघुभाष्य)
गणि-सङ्घदास गणि क्षमाश्रमण, प्रा., पद्य, गा.६६००, आदि वाक्यः काऊण नमोक्कारं तित्थकराणं
तिलोगमहियाणं।... पाताहेसं ८-पे.क्र. २, पृ. १४-२१७, बृहत् कल्पसूत्र तथा कल्पलघुभाष्य, संपूर्ण प्रत विशेष- कृति माहिती गायकवाडी केटलोग प्रमाणे लीधी छे. नवा सूचीपत्रमा कल्पसूत्र लखेल छे.
डीवीडी-१/११ भांता ३९- पे.क्र. २, पृ. १०-१५८, बृहत्कल्पसूत्र, लघुभाष्य, चूर्णि, वि-१३३४, अपूर्ण
पे. विशेष- सूचीपत्रांक-१-५७६. भंडारसंदर्भांक-१२९/७२-७३ आपेल छे. प्रत विशेष- भंडार-संदर्भाक-१२८-१३०/७२-७३, सूचीपत्र-नं.१-५६९, १-५७६, १-५८१.
डीवीडी-७०/७९ भांता ४०- पे.क्र. २, पृ. १३-१८७, बृहत्कल्पसूत्र, लघुभाष्य, संपूर्ण
पे. विशेष- सूचीपत्रांक-१-५७७. प्रत विशेष- सूचीपत्र-नं.१-५७०, १-५७७.
डीवीडी-७०/७९ भांता ४१, पृ. १०४, बृहत्कल्पसूत्र, लघुभाष्य, टीका उद्देशक-२, अपूर्ण प्रत विशेष- सूचीपत्र-नं.१-५७५.
डीवीडी-७०/७९ पाकाहेम १००३८, पृ. १०८, कल्पलघुभाष्य-बृहत्कल्पसूत्रलघुभाष्य, वि-१६३४, संपूर्ण प्रत विशेष- ग्रन्थाग्र-७२००. पत्र ५६मुं डबल छे.
कुल झे.पृष्ठ-१०८ पाकाहेम १००४१, पृ. २४२, बृहत्कल्पसूत्रनियुक्ति-भाष्य-वृत्तिसह प्रथमखण्ड, वि-१५७३, प्रतिपूर्ण प्रत विशेष- प्रथम पत्रमा क्र. ९९९०ना टिप्पणमां जणाव्या प्रमाणेनुं चित्र छे. पत्र १८३मुं डबल छे.
कुल झे.पृष्ठ-२४१ पाकाहेम १००४२, पृ. १३४, बृहत्कल्पसूत्रनियुक्ति-भाष्य वृत्तिसह द्वितीय खण्ड, वि-१५७४, प्रतिपूर्ण
कुल झे.पृष्ठ-१३४ पाकाहेम १००४३, पृ. १५१, बृहत्कल्पसूत्रनियुक्ति-भाष्य वृत्तिसह तृतीय खण्ड, वि-१६मी, प्रतिपूर्ण
कुल झे.पृष्ठ-१५२ पाकाहेम १००४४, पृ. ८२, बृहत्कल्पसूत्रनियुक्ति-भाष्य वृत्तिसह चतुर्थ खण्ड, वि-१६मी, प्रतिपूर्ण प्रत विशेष- प्रतक्रम-१००४१ थी १००४४ चारेय खण्डोना कुल ग्रन्थाग्र-४२००० छे.
कुल झे.पृष्ठ-८२ पाकाहेम १०३१५, पृ. २०७, बृहत्कल्पसूत्र नियुक्ति-लघुभाष्य-वृत्तिसहित प्रथमखण्ड, वि-१५०८, प्रतिपूर्ण प्रत विशेष- प्रति एक खूणेथी उंदरे करडेली छे.
कुल झे.पृष्ठ-२०७ पाकाहेम १०३१६, पृ. १३६, बृहत्कल्पसूत्र नियुक्ति-लघुभाष्य-वृत्तिसहित - द्वितीयखण्ड, वि-१६मी, प्रतिपूर्ण प्रत विशेष- श्लोक-१०,०००.
कुल झे.पृष्ठ-१३६ पाकाहेम १०३१७, पृ. ४१, बृहत्कल्पसूत्र नियुक्ति-लघुभाष्य-वृत्तिसहित - तृतीयखण्ड अपूर्ण, वि-१६मी, प्रतिअपूर्ण
कुल झे.पृष्ठ-४२ पाकाहेम १०३१८, पृ. ७७, बृहत्कल्पसूत्र नियुक्ति-लघुभाष्य-वृत्तिसहित चतुर्थखण्ड, वि-१६मी, प्रतिपूर्ण प्रत विशेष- पत्र ५मुं डबल छे., ग्रन्थाग्र - ५५५१.
कुल झे.पृष्ठ-७८ बृहत् कल्पसूत्र-(प्रा.)बृहद्भाष्य (कल्पबृहद्भाष्य)
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