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________________ कृति उपरथी प्रत माहिती आचार्य-भद्रबाहुस्वामी, प्रा.अध्याय६उद्दे., आदि वाक्यः (१) णो कप्पइ णिग्गन्थाण वा णिग्गन्थीण वा...(२) नो कप्पति निग्गन्थाण वा.... पातासंघवी १९- पे.क्र.७, पृ. ३१६-३२३, महानिशीथसूत्र आदि, वि-१४५६, संपूर्ण पे. विशेष- नकामुं-फाटी गयुं छे. डीवीडी-२२/४१ पाताहेसं ८- पे.क्र. १, पृ. १-१३, बृहत् कल्पसूत्र तथा कल्पलघुभाष्य, संपूर्ण पे. विशेष- उद्देश-६. प्रत विशेष- कृति माहिती गायकवाडी केटलोग प्रमाणे लीधी छे. नवा सूचीपत्रमा कल्पसूत्र लखेल छे. डीवीडी-१/११ पाताहेसं ९- पे.क्र. २, पृ. ३८५-३९३, बृहत् कल्पसूत्रचूर्णि तथा मूल, संपूर्ण प्रत विशेष- कृति माहिती गायकवाडी केटलोग-क्रम-२५ प्रमाणे लीधी छे. नवा सूचीपत्रमा कल्पसूत्र लखेल डीवीडी-१/११ भांता ३९- पे.क्र. १, पृ. १-९, बृहत्कल्पसूत्र, लघुभाष्य, चूर्णि, वि-१३३४, अपूर्ण पे. विशेष- सूचीपत्रांक-१-५६९. प्रत विशेष- भंडार-संदर्भाक-१२८-१३०/७२-७३, सूचीपत्र-नं.१-५६९, १-५७६, १-५८१. डीवीडी-७०/७९ भांता ४०- पे.क्र. १, पृ. १-१२, बृहत्कल्पसूत्र, लघुभाष्य, संपूर्ण पे. विशेष- सूचीपत्रांक-१-५७०. प्रत विशेष- सूचीपत्र-नं.१-५७०, १-५७७. डीवीडी-७०/७९ भांता ४१, पृ. १०४, बृहत्कल्पसूत्र, लघुभाष्य, टीका उद्देशक-२, अपूर्ण प्रत विशेष- सूचीपत्र-नं.१-५७५. डीवीडी-७०/७९ तालाद ३६६ , पृ. ११, बृहत्कल्पसूत्र, अपूर्ण कुल झे.पृष्ठ-१२, डीवीडी-९४/९६ तालाद ३७६, पृ. १३, बृहत्कल्प मूल, संपूर्ण कुल झे.पृष्ठ-१२, डीवीडी-९४/९६ लिंता ६३, पृ.७, बृहत् कल्प, संपूर्ण प्रत विशेष- शुद्ध पाकाहेम १००३६, पृ. ७, बृहत्कल्पसूत्र, वि-१६मी, संपूर्ण कुल झे.पृष्ठ-७ पाकाहेम १००३७, पृ. ७, बृहत्कल्पसूत्र, वि-१६मी, संपूर्ण कुल झे.पृष्ठ-८ पाकाहेम १००४१, पृ. २४२, बृहत्कल्पसूत्रनियुक्ति-भाष्य-वृत्तिसह प्रथमखण्ड, वि-१५७३, प्रतिपूर्ण प्रत विशेष- प्रथम पत्रमा क्र. ९९९०ना टिप्पणमां जणाव्या प्रमाणेनुं चित्र छे. पत्र १८३मुं डबल छे. कुल झे.पृष्ठ-२४१ पाकाहेम १००४२, पृ. १३४, बृहत्कल्पसूत्रनियुक्ति-भाष्य वृत्तिसह द्वितीय खण्ड, वि-१५७४, प्रतिपूर्ण कुल झे.पृष्ठ-१३४ पाकाहेम १००४३, पृ. १५१, बृहत्कल्पसूत्रनियुक्ति-भाष्य वृत्तिसह तृतीय खण्ड, वि-१६मी, प्रतिपूर्ण कुल झे.पृष्ठ-१५२ पाकाहेम १०३१४, पृ.७, बृहत्कल्पसूत्र, वि-१६मी, संपूर्ण प्रत विशेष- प्रति एक खूणेथी उंदरे करडेली छे. कुल झे.पृष्ठ-७ 542
SR No.018002
Book TitleHastlikhit Granthsuchi Part 2
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJambuvijay
PublisherStambhan Parshwanath Jain Trith Anand
Publication Year2005
Total Pages895
LanguageHindi
ClassificationCatalogue & Catalogue
File Size6 MB
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