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कृति उपरथी प्रत माहिती पे. विशेष- प्रकृतिसंधि सुधी.
डीवीडी-५८/६० पातासंघवी ८३-१, पृ. १०७, कातन्त्रवृत्तिपञ्जिका षष्ठ पाद, संपूर्ण प्रत विशेष- ग्रन्थाग्र-५०५०.
कुल झे.पृष्ठ-४५ पातासंघवी ८३-२, पृ. १८८, कातन्त्रवृत्तिपञ्जिका अष्टम पाद, प्रतिपूर्ण प्रत विशेष- ताडपत्र मूल पत्रांक-१ का पाठ पाद-६ के प्रारंभिक पाठ से मिलता है. पत्रांक-२ से पाठ में
भिन्नता मिलती है.
कुल झे.पृष्ठ-७८ कातन्त्रव्याकरण-(सं.)पञ्जिकानी (सं.)प्रदीप टीका (प्रदीप टीका)
पण्डित-देशल, सं., गद्य, पाकाहेम ६७८३, पृ. ४८, कातन्त्रव्याकरण पञ्जिकाप्रदीप, वि-१५मी, संपूर्ण
कुल झे.पृष्ठ-४८ कातन्त्रव्याकरण-(सं.)वृत्ति नी पञ्जिका नी उद्योतवृत्ति
जैनेतर-त्रिविक्रम भट्ट, सं., गद्य, पाताहेसं १४६, पृ. ८१, कलापकव्याकरणपञ्जिकोद्योत, संपूर्ण
डीवीडी-८/१७ पाकाहेम ६७८२, पृ. २५, कातन्त्रव्याकरणआख्यातवृत्तिपञ्जिकोद्योत, वि-१५मी, अपूर्ण
कुल झे.पृष्ठ-२४ कातन्त्रोत्तर विद्यानन्दीवृत्ति जुओ - कातन्त्रव्याकरण-(सं.)विद्यानन्दीवृत्ति, पं.-विद्यानन्द, संस्कृत कादम्बरी उत्तरार्द्ध जुओ - कादम्बरी-(सं.)कादम्बरीशेष, कवि-पुलिन्द्र भट्ट, संस्कृत कादम्बरी-(सं.)कादम्बरीशेष (कादम्बरीशेष), (पुलिन्द्रखण्ड), (कादम्बरी उत्तरार्द्ध)
कवि-पुलिन्द्र भट्ट, सं., गद्यखण्डर, पाताखेत ३३, पृ. १४८, कादम्बरीशेष (उत्तरार्द्ध), वि-१२८२, संपूर्ण
डीवीडी-६२/६४ कादम्बरीशेष जुओ - कादम्बरी-(सं.)कादम्बरीशेष, कवि-पुलिन्द्र भट्ट, संस्कृत कामक्रीडा छन्दोबद्ध आदिनाथस्तुति जुओ - आदिनाथस्तुति कामक्रीडा छन्दोबद्ध, संस्कृत, श्लोक४ कामदुधाक्षीरसागर (छन्दोविषयक ग्रन्थ)
सं.,
कृ.विः छन्दोविषयक ग्रन्थ. पाकाहेम १३१५०, पृ. ३, कामदुधाक्षीरसागर, वि-१९मी, संपूर्ण
कुल झे.पृष्ठ-४ कामदेवकथा गद्य
आचार्य-मेरुतुङ्गसूरि[अंचलगच्छीय(विधि], सं., गद्य, रचना सं. विक्रम १४६९, ग्रं.७४८, पाकाहेम १०४०४, पृ. १७, कामदेवकथा गद्य, वि-१६मी, संपूर्ण
__कुल झे.पृष्ठ-१८ कामरूपपञ्चाशिका
जैनेतर-योगीन्द्र, प्रा., पद्य, गा.९१,
कृ.विः योग विषयक ग्रन्थ. पाकाहेम ३९९६, पृ. ४, कामरूपपञ्चाशिका, वि-१५मी, संपूर्ण
कुल झे.पृष्ठ-४ कायस्थितिप्रकरण-(सं.)अवचूरि
सं., गद्य, पाकाहेम १५८०९- पे.क्र.७, पृ. ७-८, सिद्धदण्डिकाविचारआदि, वि-१६मी, संपूर्ण कुल झे.पृष्ठ-१३
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