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कृति उपरथी प्रत माहिती पे. विशेष- गाथा-५१.
डीवीडी-६२/६४ पाताखेत ३२-१- पे.क्र.८, पृ. ६६-७२, नवपदप्रकरण आदि १० ग्रन्थो, संपूर्ण
डीवीडी-६२/६४ पातासंघवीजीर्ण ८६-२- पे.क्र. १४, पृ. ?, चैत्यवन्दनादि भाष्य आदि, वि-१३६९, त्रुटक
कुल झे.पृष्ठ-६० पातासंघवी ५५-२- पे.क्र. ७, पृ. १३७-१४६, योगशास्त्र आदि, संपूर्ण
डीवीडी-२९/४७ पातासंघवी १८८-१- पे.क्र. ५, पृ. १२०-१२८, बृहत् क्षेत्रसमासवृत्ति आदि, संपूर्ण
डीवीडी-३७/५४ पातासंघवी १९०-२- पे.क्र. १५, पृ. २१३-२१९, उपदेशमाला आदि, संपूर्ण
डीवीडी-३७/५४ पातासंघवी २०६-२- पे.क्र. ३२, पृ. १२१-१२२, योगशास्त्र चार प्रकाश आदि, संपूर्ण
डीवीडी-३८/५५ पाताहेसं १०५-पे.क्र.३, पृ. ९३आ-१२५आ, स्थविरावलिवृत्तिसह आदि, अपूर्ण
पे. नाम- ऋषभपंचाशिका सह नेमिचन्द्रीय टीका, पे. विशेष- संपूर्ण. झेरोक्ष पत्र-१९-३२. प्रत विशेष- पत्र-३२-६५ नहीं है.
कुल झे.पृष्ठ-४२, डीवीडी-७/१६ पाताहेसं १६१- पे.क्र. २८, पृ. २३२-२३५, दशवैकालिकसूत्र आदि प्रकरण सङ्ग्रह, वि-१३८९, संपूर्ण प्रत विशेष- प्रान्ते कृतिओनी अनुक्रमणिका आपेली छे.
कुल झे.पृष्ठ-१७०, डीवीडी-८/१८ पाताहेसं १६८- पे.क्र. ५७, पृ. १३६अ-१३९आ, दशवैकालिकसूत्र, पाक्षिक सूत्रस्तोत्रवृत्ति, स्तुति स्तवनादि, संपूर्ण
पे. नाम- रिषभ पंचासिका, पे. विशेष- संपूर्ण. झेरोक्ष पत्र-६५-६८. प्रत विशेष- प्रारंभिक कुछेक पत्र उभय पार्श्व खंडित होने से पाठ भी खंडित है.
कुल झे.पृष्ठ-७२, डीवीडी-९/१८ भांता २४- पे.क्र. ८, पृ. ७७B-८४A, उपदेशमालाप्रकरण आदि, पूर्ण
पे. विशेष- सूचीपत्रांक-३-४९. प्रत विशेष- सूचीपत्र-नं.२-२३३.
डीवीडी-६८/७७ पाकाहेम ९५०४- पे.क्र.६, पृ. १-१४, सङ्ग्रहणीप्रकरण आदि, वि-१५मी, संपूर्ण
कुल झे.पृष्ठ-१५ पाकाहेम १०६६४, पृ. २, ऋषभपञ्चाशिका, वि-१६मी, संपूर्ण
कुल झे.पृष्ठ-२ ऋषभपञ्चाशिका-(सं.)टीका
गणि-नेमिचन्द्र, सं., गद्य, आदि वाक्यः नत्वा जिनेन्द्रवीरं सर्वनरामर्त्यपूजितं... पाताहेसं १०५- पे.क्र. ३, पृ. १५३, स्थविरावलिवृत्तिसह आदि, अपूर्ण
पे. नाम- ऋषभपंचाशिका सह नेमिचन्द्रीय टीका, पे. विशेष- संपूर्ण. झेरोक्ष पत्र-१९-३२. प्रत विशेष- पत्र-३२-६५ नहीं है.
कुल झे.पृष्ठ-४२, डीवीडी-७/१६ ऋषभपञ्चाशिका-(सं.)वृत्ति
आचार्य-प्रभानन्दसूरि, सं., पद्य, श्लोक१०००, आदि वाक्यः जयति विजितान्तरारिप्रोन्मीलद्विमलकेवलालोकः... पातासंघवी १९२-१, पृ. १६६, ऋषभपञ्चाशिकावृत्ति, त्रुटक प्रत विशेष- पत्र २-६०-१३० ना बे टुकड़ा छे. पत्र ६-७-१४-२५-७९-११३-१२२-१२८ एक एक टुकडा छे.
पत्र ३८-४६-४७-४९-८५-१०२-१३९-१४८ पत्र नथी. १६३ पत्रना त्रण टुकडा छे.
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