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ग्रंथांक
स्थिति
पूर्णता
प्रत नाम (पेटा नंबर). पेटा नाम कृति नाम
(पाकाहेम) पाटण कागळ प्रतोनो भंडार
प्रत प्रकार प्रतिलेखन वर्ष पत्र परिमाण रचना वर्ष आदिवाक्य
क्लिन/ओरिजिनल डीवीडी (डीवीडी- झे.पत्र/ओ.पत्र) कति प्रकार
प्रतविशेष, माप, पंक्ति, अक्षर, प्रतिलेखन स्थल पेटांक पृष्ठ, पेटा विशेष कृति विशेष, पेटांक पृष्ठ, पेटा विशेष
कता
का.९
मानेनानूनमानेन...
पद्य
सं. सं.
गद्य
१२२९४
संपूर्ण
S
वि. १६मी
:(१०.५४४.५)
सं.
संपूर्ण
वि.१५मी
(१०.५४४.५)
श्रीवर्द्धमानशिष्या
अरिष्टनेमिस्तवन नम अक्षरद्वयमयशाली आगमिक अरिष्टनेमिस्तवन नम अक्षरद्वयमयअवचूरि युष्मदस्मद्रूपगर्भितस्तोत्रसङ्ग्रह सटीक श्रेष्ठ पञ्जपाठ अष्टादशस्तवी अष्टादशजिनस्तोत्र अस्मद् युष्मद् सोमसुन्दरसूरि रूपगर्मित स्तोत्रसग्रह युष्मदस्मद्रूपगर्भित-टीका सोमदेव गणि अनुबन्धफलगर्भा गौतमस्तुति सावचूरि श्रेष्ठ पञ्चपाठ गीतमस्तुति अनुबन्धफलगभित गौतमस्तुति अनुबन्धफलगर्मित-अवचूरि भाषाष्टकमयसीमन्धरस्तव सावचूरि
जीर्ण पञ्चपाठ सीमन्धरस्तव भाषाष्टकमय
जिनहर्ष गणि सीमन्धरस्तव भाषाष्टकमय-अवचरि भाषाष्टकमयसीमन्धरस्तव सावचूरि श्रेष्ठ पञ्चपाठ सीमन्धरस्तव भाषाष्टकमय
जिनहर्ष गणि सीमन्चरस्तव भाषाष्टकमय-अवचरि साधारणजिनस्तवन
मध्यम एकद्विबहुवचनतुल्य सावचूरि पञ्चपाठ
संपूर्ण
कागज
वि.१८मी
(१०.२४४.५)
सं. प्रा. अपर्थ.
का.२७
श्रीसर्वज्ञसमग्रसौखपद्य
अष्टभाषायक्त.
संपूर्ण
वि. १७४५
९.७४४.५)
सं प्रा. अपर्थ.
का.२७
श्रीसर्वज्ञसमग्रसौख
पद्य
अष्ट्रभाषायुक्त
सपूर्ण
कागज
वि. १५मी
:(१०.५४४.५)
आदि
(पे. पृ. १)
धर्मघोषसरि
:का.४
श्रस्ताशर्मावृतसुमहि
: पद्य
(पे.१) एकद्विबहुवचनतुल्य साधारणजिनस्तवन सह (सं. अवचूरि साधारणजिनस्तवन एकद्विबहुवचनतुल्य साधारणजिनस्तवन एकद्विबहुवचनतुल्य-अवचुरि
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