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ग्रंथांक
प्रत नाम
(पेटा नंबर), पेटा नाम कृति नाम
१०७१९ शशधरप्रकरण
१०७२० | साख्यकारिका भाष्यसहित पञ्चपाठ साङ्ख्यसप्ततिका
साङ्ख्यसप्ततिका-भाष्य
१०७२१ किरणावलीटीका
किरणावली- स्वोपज्ञटीका
१०७२२ मेघमाला
१०७२५
१०७२३ ज्योतिषरत्नमाला
१०७२४ भुवनदीपक वृत्तिसहित
भुवनदीपक भुवनदीपक-वृत्ति
विवाहपटल
१०७२६ लघुजातक सटीक
लघुजातक लघुजातक - टीका
१०७२७ गणितसार
१०७२८ गणितसार
१०७३० शतश्लोकी बालावबोधसहित
शतश्लोकी
शतश्लोकी - बालावबोध
१०७३१ | त्रिषष्टिशलाकापुरुषचरित्रमहाकाव्य
अष्टमपर्व नेमिनाथचरित्र
स्थिति
कर्ता
जीर्ण
शशधर शर्मा
मध्यम
ईश्वरकृष्ण, कपिल
गौडपाद
मध्यम
उदयनाचार्य
जीर्ण
जीर्ण
श्रीपति
मध्यम
पद्मप्रभसुरि सिंहतिलकसूरि
श्रेष्ठ
मध्यम
श्रेष्ठ
श्रीधराचार्य
जीर्ण
श्रीधराचार्य
मध्यम
बोपदेव
मध्यम
पूर्णता
भाषा
संपूर्ण
सं.
संपूर्ण
सं.
सं.
संपूर्ण
सं.
संपूर्ण
सं.
संपूर्ण
सं.
संपूर्ण
सं.
सं.
संपूर्ण
सं.
अपूर्ण
सं.
संपूर्ण
सं.
संपूर्ण
सं.
संपूर्ण
सं.
मारुगूर्जर
प्रतिपूर्ण
(पाकाहेम) पाटण कागळ प्रतोनो भंडार
प्रत प्रकार
प्रतिलेखन वर्ष पत्र
परिमाण
कागज
कागज
का. ७०
कागज
कागज
श्लोक ४९५
कागज
कागज
श्लोक १८७
कागज
कागज
कागज
कागज
कागज
कागज
रचना वर्ष
वि. १६मी
वि. १६४२
वि.१६मी
वि. १६मी
वि. १५९३
वि. १६मी
वि. १८मी
वि. १८मी
वि. १६मी
वि. १६मी
वि. १५९२
वि. १५४६
492
आदिवाक्य
४३
१०
दुःखत्रयाभिघाताज्जि
३२
१८
३३
१०
१४-३ (१ थी ३) -११
२३
११
१७२
क्लिन / ओरिजिनल
डीवीडी (डीवीडीझे. पत्र (झे. पत्र) कृति प्रकार
पद्य
पद्य
गद्य
गद्य
पद्य
पद्य
गद्य
गद्य
पद्य
गद्य
प्रतविशेष, माप, पंक्ति, अक्षर, प्रतिलेखन स्थल पेटांक पृष्ठ, पेटा विशेष
कृति विशेष, पेटांक पृष्ठ पेटा विशेष
(१०.५४४.५)
(१०.५४४.५)
कर्तानाममां कपिल ऋषि पण आवे छे.
प्रति पाणीथी भींजायेली छे. (१०.५४४.५)
( १०.२४४.५)
(१०.५४४.५)
( १०.५४४.२) प्रश्नज्योतिष ग्रन्थ.
(९.५४४.५)
( १०.२४४.५)
( १०.५४४.५)
(१०.५४४.५)
(९.७४४.५) वैद्यक ग्रन्थ
श्लोक-४७१९ पत्र ५८मुं डबल छे. (११.२x४.७)