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स्थिति
पूर्णता
ग्रंथांक :प्रत नाम
(पेटा नंबर). पेटा नाम कृति नाम
(पाकाहेम) पाटण कागळ प्रतोनो भंडार
प्रत प्रकार प्रतिलेखन वर्ष पत्र परिमाण रचना वर्षआदिवाक्य
क्लिन/ओरिजिनल डीवीडी (डीवीडी- झे.पत्र/ओ.पत्र) कति प्रकार
प्रतविशेष, माप, पंक्ति, अक्षर, प्रतिलेखन स्थल पेटांक पृष्ठ, पेटा विशेष कृति विशेष, पेटांक पृष्ठ, पेटा विशेष
कर्ता
गा.१२४
पद्य
काऊण नमोक्कार जिणवर
१०५१९ : गणिविद्याप्रकीर्णक
संपूर्ण
कागज
वि. १६मी
(२)
:(१०.५४४.५)
प्रा.
गा.८६
वोच्छ बलाबलविहि...
पद्य
संपूर्ण
कागज
वि.१.मी
(१०.५४४.७)
१०५२० संस्तारकप्रकीर्णक आदि
(पे.१) संस्तारकप्रकीर्णक
गा. १२४
(पे.पृ. १-१६)
काऊण नमोक्कार जिणवर अरहन्ता मड़गलं मज्झ नमिऊण महाइसयं
पद्य
(पे.२) आतुरप्रत्याख्यानप्रकीर्णक (पे.३) भक्तपरिज्ञाप्रकीर्णक
वीरभद्र
गा.१७२ ग्र. १७१
(पे.प्र.9-१६) (पे.पृ. १-१६) [कृ.वि. : गाथा १७१ थी १७३ सुधी मळे छे.
महाणु
१०५२१: सूत्रकृतागसूत्र
श्रेष्ठ
संपणे
कागज
वि. १५४६
(५४)
:(१०.२४४.५)
:५४ बज्जि तिउटटेज्ज
सुधर्मास्वामी
गं.२२००
जीर्ण
१०५२२. सूत्रकृताङ्गसूत्र
: संपूर्ण
कागज
:वि.१६मी
:/१०.२४.५
सुधमोस्वामी
ग्र.२२००
बज्झिज्ज तिउटटेज्ज
मध्यम
१०५२३ : सूत्रकृतागसूत्र
संपूर्ण
कागज
वि.१मी
८७
(८७).............
:१०x४.५
सुधास्वामी
गं. २२००
बुज्झिज्ज तिउट्टेज्ज ११
अपूर्ण
कागज
वि.१७मी
(99)
(१०.२४४.५)
१०५२४ सूत्रकृताङ्गसूत्र वार्तिक (वालावबोध) मध्यम
अपूर्ण
सूत्रकृताङ्गसूत्र-बालावबोध १०५२५ स्थानागसूत्र
: मध्यम
मारुगुजेर संपूर्ण
कागज ग्रं.3300
। (900)...........प्रति उंदरे करडेली छे.. (१०.२४४.७)
सुधर्मास्वामी श्रेष्ट
. वि. १५९७.....९९
सुर्य मे आउसं तेणं वि.१६मी
१०५२६ स्थानाडगसूत्र
संपूर्ण
२७८
प्रथम पत्रमा समवसरण सुन्दर चित्र छे.. (१०.२४४.५)
सुधर्मास्वामी
सुर्य मे आउसं तेणं
१०५२७:स्थानाड्गसत्र नाबाल
:संपण
...वि. १६मी.....५६...
(१०.२४४.५).
स्थानाडगसूत्रना बोल
मारुगजेर
:१०५२८: समवायाड़गसूत्र
:श्रेष्ठ
:सपूर्ण
... वि. १६मी
(२९)
...
(१०.२४४.५)
सधमोस्वामी
१०५२९ : समवायागसूत्र
श्रेष्ठ
संपूर्ण
कागज
वि. १६मी
। ४७
........
(१०.२४४.५)
477