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ग्रंथांक
स्थिति
पूर्णता
प्रत नाम (पेटा नंबर). पेटा नाम कृति नाम
(पाकाहेम) पाटण कागळ प्रतोनो भंडार
प्रत प्रकार प्रतिलेखन वर्ष पत्र परिमाण रचना वर्षआदिवाक्य
प्रतविशेष, माप, पंक्ति, अक्षर, प्रतिलेखन स्थल पेटांक पृष्ठ, पेटा विशेष कृति विशेष, पेटांक पृष्ठ, पेटा विशेष
(6)
क्लिन/ओरिजिनल डीवीडी (डीवीडी- झे.पत्र/झे.पत्र) कति प्रकार पद्य
भाषा
भक्तामरस्तोत्र
का.४४
भक्तामरप्रणतमौलिमणि
अमुक प्रतोमा ४८ काव्य पण छे.
मारुगूजेर
भक्तामरस्तोत्र-बालावबोध १०१९१ कल्याणमन्दिरस्तोत्र
मानतुगसूरि :मेरुसुन्दर
मध्यम सिद्धसेन दिवाकर
सपूर्ण
वि. १८मी
(१०.५४४.५)
५. कल्याणमन्दिरमुदारमव
का.४४
सरि..
जीर्ण
संपूर्ण
वि.१८मीx
:(१०.२४४.७)
अपर्श
गा30
जयतिवण कप्परुक्ख । ....वि. १७मी.....
(१०.५४४.५.
: संपूर्ण
प्रा. प्रतिपूर्ण
गा.३९
हस्तप्रत
वि. १६मी
प्रति ऊधईए खाधेली छे.. (१०.२४४.५)
:अहै। सिद्धिः स्याद
गद्य
१०१९२: जयतिहुअणस्तोत्र
अभयदेवसूरि १०१९३. शत्रुञ्जयतीर्थकल्प
जीर्ण
पादलिप्तसूरि १०१९४ : सिद्धहेमशब्दानुशासनसूत्रपाठ : मध्यम
सप्तमाध्यायपर्यन्त सिद्धहेमशब्दानुशासन
:हेमचन्द्रसरि १०१९५ सिद्धहेमशब्दानुशासनसूत्रपाठ जीर्ण
चतुर्थाध्यायतृतीयपदपर्यन्त सिद्धहेमशब्दानुशासन
हेमचन्द्रसरि १०१९६
सिद्धहेमशब्दानुशासनलघुन्यास मध्यम तृतीयाध्यायद्वितीयपादपर्यन्त सिद्धहेमशब्दानुशासन-बृहद्वृत्तिनो कनकप्रभसूरि लघुन्यास सिद्धहेमशब्दानुशासनपञ्चमषष्ठसप्तम मध्यम
प्रतिपूर्ण
वि.
मी
(१०.५४४.५)
अई। सिद्धिा स्याद
प्रतिपूर्ण
वि. १५२७
७२
(१०.२४४.५)
सं.
प्रतिपूर्ण
:वि. १६मी
:४७
:(४८)
(१०.२४४.५)
ध्याय
अहे। सिद्धिा स्याद
गद्य (३९)
प्रतिपूर्ण
हस्तप्रत
वि. १५मी
(१०.२४४.५)
सिद्धहेमशब्दानुशासन
हेमचन्द्रसूरि १०१९८ : सिद्धहेमशब्दानुशासन लघुवृत्ति-षष्ठ- जीर्ण
सप्तमाध्याय व्युत्पत्तिदीपिकातद्धितवृत्ति सिद्धहेमशब्दानुशासन-लघुवृत्ति. ....हेमचन्द्रसूरि सिद्धहेमशब्दानुशासन नी लघुवृत्ति नी
व्युत्पत्तिदीपिका १०१९९ । सिद्धहेमशब्दानुशासन अवचूरि
गं.3300
प्रणम्य परमात्मान
गद्य
मध्यम
प्रतिपूर्ण
कागज
वि. १६मी
४३
(४३)
पत्र ३७मुं नथी., (१०.५४४.५)
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