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ग्रंथांक
स्थिति
पूर्णता
प्रत नाम (पेटा नंबर). पेटा नाम कृति नाम
(पाकाहेम) पाटण कागळ प्रतोनो भंडार
प्रत प्रकार प्रतिलेखन वर्ष पत्र परिमाण रचना वर्ष आदिवाक्य
क्लिन/ओरिजिनल डीवीडी (डीवीडी- झे.पत्र/झे.पत्र) कृति प्रकार पद्य
प्रतविशेष, माप, पंक्ति, अक्षर, प्रतिलेखन स्थल पेटांक पृष्ठ, पेटा विशेष कति विशेष, पेटांक पृष्ठ, पेटा विशेष
कर्ता
देवसुन्दरसूरि ......... सं.
का.२५
स्फुरत्केवलज्ञान....
(पे. पृ. २३)
स्तम्भनपाश्वनाथस्तव (पे.४) नवखंडपार्श्वनाथस्तव पार्श्वनाथस्तव-नवखण्डा (पे.५) व्यवनकल्याणकस्ता साधारण च्यवनकल्याणकस्तव
सोमसुन्दरसूरि.
से...
श्लोक ९
स्फूर्जनागफणामणीगण पद्य
(पे. पृ. ३).
सोमसुन्दरसूरि
सं.
श्लोक
गर्भावतार्ण भववाधि भुवनमोहनरूपसुसम्पदः
(प.६) जन्मकल्याणकस्तव
श्लोक १६
पद्य
(पे.पू. ३)................. (पे.प्र.३)
श्लोक १२
श्लोक १७
स्तुवे चारु चारित्र केवलालोक सङक्रान्तं : प्राप्तमुक्तिवनिताम् कल्याणकारीणि जिनेश्व
FFFFF
सोमसुन्दरसूरि सोमसुन्दरसूरि
श्लोक १२
(पे..३.४. (प.पू. ४) (पे.पृ.)
श्लोक८
पद्य
(पे.७) साधारणों दीक्षाकल्याणकस्तव दीक्षाकल्याणकस्तव (प.) ज्ञानकल्याणकस्तव (पे.९) जिननिर्वाणकल्याणकस्तव (पे.१०) साधारणजिन पञ्चकल्याणकस्तव (पे.११) कार्तिकादिमासानुक्रमेण जिनकल्याणकदिनस्तुतयः जिनकल्याणकदिनस्तुतयःकार्तिकादिमासानुक्रमेण (पे.१२) शत्रुजयमंडन-युगादिदेवस्तुति
शत्रुञ्जयमण्डन-युगादिदेवस्तोत्र । स्वयम्भूस्तोत्र......
(पे. पृ. ४-६)
सोमसुन्दरसूरि
श्लोक १०३
यथोगतः शम्भवतीर्थनाथ
पद्य
(ये. पू. ६-७)
सोमसुन्दरसूरिसं.
संपूर्ण
श्रेष्ठ
श्लोक १६ :
यस्य स्कन्धाग्रभागे कागज ..............वि. १६मी.....५
स्वयम्भुवा भूतहितेन । वि.१७मी
..............(१०.२४४.५).
समन्तभद्र
हैमलिड़गानुशासन पद्यबद्ध विवरण
श्रेष्ठ
संपण
(१६)
आ ग्रन्थ अपूर्व अने अलभ्य छे.. (९.७४४.५)
कल्याणसागरसार
हैमलिङ्गानुशासन-विवरण प्राकृत पद्यव्याकरण
अपण
: वि.१८मी
१०xx.
प्राकतपद्यव्याकरण
पद्य
मव्याकरण अष्टमाध्यायानसारी.
८५६४
कातन्त्रव्याकरण सूत्रपाठ
मध्यम
सपूर्ण
:वि.१७वी
(१०)
सूचिमां कानुं नाम कात्यायनमुनि आपेल छे., (१०.५४४.५)
कातन्त्रव्याकरण
सिद्धोवणेसमाम्नाया
गद्य
शर्ववर्मदेव मध्यम
८५६५ : कातन्त्रव्याकरण स्वोपज्ञ चतुष्कवृत्ति
प्रतिपर्ण
कागज
वि. १६वी...४४
(१०.५४४.५)