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ग्रंथांक
स्थिति
पूर्णता
प्रत नाम (पेटा नंबर). पेटा नाम कृति नाम
(पाकाहेम) पाटण कागळ प्रतोनो भंडार
प्रत प्रकार प्रतिलेखन वर्ष पत्र परिमाण रचना वर्षआदिवाक्य
प्रतविशेष, माप, पंक्ति, अक्षर, प्रतिलेखन स्थल पेटांक पृष्ठ, पेटा विशेष कति विशेष, पेटांक पृष्ठ, पेटा विशेष
कर्ता
भाषा
क्लिन/ओरिजिनल डीवीडी (डीवीडी- झे.पत्र/.पत्र) कति प्रकार गद्य (५५)
प्रतिपूर्ण
कागजवि . १७मी
५५
:(१०४४.५)
भर्तृहरि
प्रतिपूर्ण
कागज
वि.१०मी
१९
(१०x४.५)
प्रतिपूर्ण
कागज
वि.१०मी
संपण
वाक्यपदीय-टीका
हरिवृषभ ७३१२ वाक्यपदीयप्रकीर्णक प्रकाशटीकासह जीर्ण
चतुर्थसमुद्देशपर्यन्त वाक्यपदीय वाक्यपदीय-प्रकाश टीका
हेलाराज वाक्यपदीयप्रकीर्णक प्रकाशटीकासह :जीर्ण अष्टम-नवम समुद्देश वाक्यपदीय
भर्तृहरि वाक्यपदीय-प्रकाश टीका
लाराज ७३१४ वाक्यपदीयप्रकीर्णक प्रकाशटीकासहजीर्ण
अगियारथी चौद समुद्देशपर्यन्त वाक्यपदीय
भर्तृहरि वाक्यपदीय-प्रकाश टीका चापकसमच्चय
परुषोत्तमदेव न्यायग्रन्थ अपूर्ण
श्रेष्ठ न्यायग्रन्थ पार्श्वनाथचरित्रमहाकाव्य श्लोकवद्ध मध्यम पार्श्वनाथचरित्र
भावदेवसूरि प्राकृतलक्षण सारोद्धारवृत्ति अने :जीर्ण टिप्पणीसहित प्राकृतलक्षण प्राकृतलक्षणसारोद्धार-वृत्ति
प्राकृतलक्षण-टिप्पण ७३७६. कर्पूरमञ्जरी सट्टक कर्पूरमञ्जरीनाटिका
राजशेखर ७३८२... ज्ञानचन्द्रोदयनाटक श्लोकबद्ध
१६८४
(१०x४.५०
कागज
.वि.१५वी
१०९
:(१०४३.७)
संपूर्ण
कागज
वि.१५मी
प्रति पाणीथी भींजायेली अने शुद्ध छे.. (१२.२४५)
सं...
१३८ नाभेयाय नमस्तस्मै
सर्ग८.८०७४ कागज
संपूर्ण
वि. १५मी
प्रति शुद्ध छे.. (१२.२४५)
: वि. १५मी
१०
प्रति शुद्ध छे.. (१२.२४४.७) अनेक भाषाओ
संयक्तप+
ग
अष्ट
संपण
...वि. १६मी...
(१२४५).
पद्मसुन्दर
७३८५। षट्कारक-सम्बन्धोद्योत सटीक
जीर्ण
संपूर्ण
कागज
४
(१२४४.५)
वि. १६मी 387