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स्थिति
पूर्णता
प्रत प्रकार
ग्रंथांकपत नाम
(पेटा नंबर). पेटा नाम कृति नाम
(पाकाहेम) पाटण कागळ प्रतोनो भंडार
प्रतिलेखन वर्ष पत्र परिमाण रचना वर्ष आदिवाक्य कागज वि. १६६५
३२
क्लिन/ओरिजिनल डीवीडी (डीवीडी-
प्रतविशेष, माप, पंक्ति, अक्षर, प्रतिलेखन स्थल पेटांक पृष्ठ, पेटा विशेष कृति विशेष, पेटांक पृष्ठ, पेटा विशेष
कर्ता
कति प्रकार (३२)
७१९१
सिद्धहमशब्दानुशासन अष्टमाध्याय
जीर्ण
संपूर्ण
: (१०.२४४.५)
अवचूरि
गद्य
संपूर्ण
वि.१६०३
: (१०.५४४.५)
गद्य
सिद्धहेमशब्दानुशासननो हिस्सो अष्टमाध्याय प्राकृतव्याकरण-अवचूरि सिद्धहेमशब्दानुशासन अष्टमाध्याय चतुर्थपाद बृहद्वृत्तिगत दोधक सटीक त्रिपाठ सिद्धहेमशब्दानुशासननो हिस्सो हेमचन्द्रसूरि अष्टमाध्याय प्राकृतव्याकरण चतुर्थपाद-बृहदत्ति सिद्धहेमशब्दानुशासननो हिस्सो अष्टमाध्याय प्राकृतव्याकरण चतुर्थपाद-बृहद्वृत्ति की दोधक टीका. धातुरत्नाकर
मध्यम
साधुसुन्दरगणि धातुरत्नाकर-स्वोपज्ञ क्रियाकलापवृत्ति साधुसुन्दरगणि क्रियारत्नसमुच्चय
सं. अपभ्रं.
७२१३
संपर्ण
कागज
(३२५)
पत्र १७१मुं२७३मुं अने २९७मुं डबल छे., (१०४५)
वि. १८मी वि.१६८० वि. १६८० वि. १५०१
३२६ श्रीद स्तात्परम श्रीमान् स श्रीसुमति
गया
७२१९
श्रेष्ठ
कागज
(६७)
ग्रन्थान-५७०८.शरूआतनां पानां ऊथईए करडेला
छे. (१०.२४४.५
गुणरत्नसरि
ग्रं.५७७८
:वि. १४६६. वि.१६मी
७२२३
पाठ
श्रेष्ठ
संपूर्ण
कागज
(१८)
:१०.२X४.५)
ग्रं.३३८४
पद्य
गद्य...
मध्यम
संपूर्ण
कागज
वि. १६६०
(७१)
(१०.५४४.५)
हैमलिङ्गानुशासन सावचूरि पञ्चपाठ हैमलिङ्गानुशासन
हेमचन्द्रसूरि हैमलिङगानुशासन-अवचूरि. ७२२५ देशीनाममाला स्वोपज्ञवृत्तिसहित देशीनाममाला
हेमचन्द्रसूरि देशीनाममाला-स्वोपन्न रत्नावली वृत्ति हेमचन्द्रसूरि ७२२६ । शब्दरत्नाकर-शब्दप्रभेदनाममाला
:जीर्ण
साधुसुन्दरगणि ७२२७ छन्दोनुशासन स्वोपन्नछन्दःचूडामणि जीर्ण
टीकासह सट्टिपण
संपूर्ण
गय (२८).
कागज
वि.१७६७
: (१०.२४४.५)
कवि महेश्वरकृत शब्दभेदप्रकाशनी वृत्ति? १६४८मां जयविजय अने मुनिविमलगणिए शोधेली प्रति..(१०.२४४.५)
अपूर्ण
कागज
वि. १६४८
:४१-१(१)-४०
:(४१)
384