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ग्रंथांक
स्थिति
पूर्णता
प्रत नाम (पेटा नंबर). पेटा नाम कृति नाम
(पाकाहेम) पाटण कागळ प्रतोनो भंडार
प्रत प्रकार प्रतिलेखन वर्ष पत्र परिमाण रचना वर्ष आदिवाक्य
क्लिन/ओरिजिनल डीवीडी (डीवीडी- झे.पत्र/झे.पत्र) कति प्रकार पद्य
प्रतविशेष, माप, पंक्ति, अक्षर, प्रतिलेखन स्थल पेटांक पृष्ठ, पेटा विशेष कृति विशेष, पेटॉक पृष्ठ, पेटा विशेष
ক
(पे.४) वृन्दावनमहाकाव्य
मानाङ्क
का.५२
(पे.पृ. ?)
वरदाय नमो हारये पतति मुदमुपैतु बुधो मधु सा बोध्या भारती भव्य
केलि
पद्य
का.६९ का.५५
:केलि
(पे.५) मधुवर्णनकाव्य (पे.६) विरहिणीप्रलापकाव्य .(पे.७) चन्द्रदूतकाव्य काव्यमीमांसा
(पे.पू.) (पे.पू.22... (प.पू..? (१२४४.७)
जम्बनाग
का.२३
यदतिसितशराग्रग्रस्त
जीर्ण
संपूर्ण
कागज
......: वि.१४९१
:५६
(५८)
राजशेखर
रूद्रटकाव्यालङ्कार टिप्पनक
:श्रेष्ठ
संपूर्ण
रुद्रटालडकार-टिप्पनक
नमिसाधु
श्लोक 3000
...वि. १५मी.....
वि.११२५ अथेदानी यमकलक्षणमाह वि. १५मी
सं. ११२५मां रच्यु...(१२४४.७) उभयग्रन्थाग्र-३९५०. (१२४४.७)
६६४०
रामचरितमहाकाव्य
जीर्ण
: संपर्ण
कागज
(८९)
अभिनन्द
६६४१
जयन्तविजयमहाकाव्य
संपूर्ण
(१२४४.७)
जीर्ण अभयदेवसूरि. जीर्ण
(३८) पद्य
:
सं
६६४३. व्यक्तिविवेककाव्यालङ्कार
व्यक्तिविवेक काव्यालड़कार ६६४४ । कविकण्ठाभरण
:(१२४४.७)
कागज
वि. १५मी. श्लोक २२२० ...............वि. १५मी......
अनुमानान्तर्भावं कागज
वि.१५मी ४
संपूर्ण :सं.
राजानक महिम
जीर्ण
संपर्ण
(८)
(१२४४.७)
:क्षेमेन्ट
मध्यम
संपर्ण
। कागज
वि. १५मी
५७
रूद्रटालङ्कार-टिप्पनकसहित रुद्रटालडकार
(५७)
(१२४४.७)
रुद्रटालडकार-टिप्पनक
नामसाध
श्लोक 3000
उभयग्रन्थान-३९५०.
वि.११२५.... अर्थदानी यमकलक्षणमाह: पद्य वि. १५मी २९
:.६६५०
काव्यप्रकाश दीपिका
संपण
कागज
(१२४४.७)
संपूर्ण
(५०)
काव्यप्रकाश-दीपिका टीका
:जयन्त भटट ६६५१काव्यप्रकाश सड़केत
काव्यप्रकाश-काव्यप्रकाशसड़केत टीका: माणिक्यचन्द्रसूरि ६६५७ : पार्थपराक्रमव्यायोग
श्रेष्ठ
कागज
.वि. १४८७.... ४९ ग्रं.३२४४........
वि. १२६६ वर्णनाविषयीचक्रे कागज
:वि. १५मी
(१२४४.७) विशिष्ट रचना प्रशस्ति. :(१२४४.७)
संपूर्ण
:प्रहलादन
श्लोक ४३२
पद्य
जीर्ण
संपणे
कागज
६६५८ षट्कारक तथा क्रियाकलाप
(पं.१) षटकारक
वि. १५मी
(१६)
उभय श्लोक-४२०.. (१२४४.७) (प.पू. १-९)
:रभसनन्द
सं.
365