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ग्रंथांक
स्थिति
पूर्णता
प्रत नाम (पेटा नंबर). पेटा नाम कृति नाम
(पाकाहेम) पाटण कागळ प्रतोनो भंडार
प्रत प्रकार प्रतिलेखन वर्ष पत्र परिमाण
रचना वर्ष आदिवाकर
प्रतविशेष, माप, पंक्ति, अक्षर, प्रतिलेखन स्थल पेटांक पृष्ठ, पेटा विशेष क्रति विशेष, पेटॉक पृष्ठ, पेटा विशेष
ॐ
क्लिन/ओरिजिनल डीवीडी (डीवीडी- झे.पत्र/झे.पत्र) कृति प्रकार गद्य (१८३)
ग्र.११०००
। ६५५४
बृहत् कल्पसूत्र-विशेषचूर्णी व्यवहारसूत्रचूर्णि व्यवहारसूत्र-चूर्णी
जीर्ण
प्रा. संपूर्ण प्रा.
कागज
:वि. १५मी
:१८२ उक्तः कल्पः अधुना
ग्रन्थान-१२१२७., (१२४४.७) परिमाण-उद्देशक-१०.
अध्याय १० ग्रं.
गद्य
१२०००
संपूर्ण
कागज
६५५५. सिद्धप्राभृतसूत्र आदि
(पे.१) सिद्धप्राभूतसूत्र (पे.२) सिद्धनाभृतसूत्र-वृत्ति
गा.१२१ ग्रं.८१५
...वि. १५मी..... १४
तियण पणए तियण पद्य सकलभुवनेशभूतान्निखिल गद्य
(१२४४.७). (पे.पू. १-१४?) (पे.पृ. १-१४?) [कृ.वि. : ससूत्र ग्रन्थान-९५०. :/अग्गेणियपूवनिस्संदं.
६.५५६... आवश्यकसूत्र लघुवृत्तिसहित
श्रष्ट
कागज
.............वि. १५मी.....२३९
(10
:/२४४.७)
आवश्यकसत्र
संयक्त प+ग
श्लोक १२३२५
पद्य
सुधर्मास्वामी तिलकसूरि "श्रेष्ठ हेमचन्द्रसूरि मलधारी
:संपण
कागज
आवश्यकसूत्र-लघुवृत्ति आवश्यक सूत्र वृत्तिटिप्पनक आवश्यकसूत्रना शिष्यहितावृत्तिनुं प्रदेशव्याख्या टिप्पण
वि. १२९६ यो मन्दरागेण न वि. १४८१...६६
जगत्त्रयमतिक्रम्य
(६६).
: ग्रन्थान-४४२०.. (१२४४.७)
ग्रे. ४६४०
गद्य
ओधनियुक्ति
श्रेष्ठ
६५५८
कागज
वि.१५मी
संपूर्ण प्रा.
(२७) दुविहोवक्कमकालो सामा: पद्य
गाथा-११४६, ग्रन्थान-१४३२., (१२४४.७) गाथा-११४० थी ११९० सुधी मळे छे.
भद्रबाहुस्वामी
गा. ११६३ ग्रं. १४३२
ओघनियुक्ति वृत्ति
श्रेष्ठ
संपूर्ण
कागज
वि. १४८२
१३०
(१३०)
पत्र १०-११ अने १०५-१०६ भेगां तेमज १२२मुं डबल छे..(१२४४.७).
ओघनियुक्ति-वृत्ति पिण्डनियुक्ति वृत्तिसहित
द्रोणाचार्य श्रेष्ठ
सं.......
ग्र.७००० कागज
६५६०
संपूर्ण
वि. १४८२
१२६
(१२५)
प्रा.
गा.६९७
पिण्डे उग्गम उपायण
पद्य
पिण्डनियुक्ति पिण्डनियुक्ति-बृहत्ति ... दशवैकालिकसूत्र
वृत्तिग्रन्थान-9000. पत्र २७-२८ अने ७१-७२ भेगां: तेमज १८मुं डबल छे., (१२४४.७) : गाथा ६९७ थी ७९० सुधी मळे छे.
ग्रन्थान ७००० थी ७५०० सुधी मळे छे. (१२४४.७)
भद्रबाहुस्वामी मलयगिरिसूरि श्रेष्ठ शय्यम्भवसरि
ग्रं.७२५९
६५६१
संपूर्ण
कागज
वि.१५मी
ग000
धम्मो मङगलमक्किटठ
संयक्तप+ग
संपूर्ण
६.६५६२... दशवैकालिकसूत्र नियुक्ति
दशवैकालिकसूत्र-नियुक्ति... ६५६३ दशवकालिक वृहद्वृत्ति
भद्रबाहस्वामी :श्रेष्ठ
पद्य
कागज
वि.१५मी गा.४४० ग्रं.४४६ कागज
वि. १४८१ 359
१० सिद्धगतिमुवगयाणं १२३
(१२४४.७).
गाथा संख्यामां थोडुक वैविध्य मळे छे. .. पत्र २८मुं अने ५६मुं डबल छे.. (१२४४.७)..
संपूर्ण
(१२४) .....