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ग्रंथांक
स्थिति
पूर्णता
प्रत नाम (पेटा नंबर). पेटा नाम कृति नाम
(पाकाहेम) पाटण कागळ प्रतोनो भंडार
प्रत प्रकार प्रतिलेखन वर्ष पत्र परिमाण रचना वर्षआदिवाक्य
क्लिन/ओरिजिनल डीवीडी (डीवीडी- झे.पत्र/.पत्र) कति प्रकार
प्रतविशेष, माप, पंक्ति, अक्षर, प्रतिलेखन स्थल पेटांक पृष्ठ, पेटा विशेष कति विशेष, पेटांक पृष्ठ, पेटा विशेष
कर्ता
भाषा
सकलचन्द्र
सं.
ग्रं. १२४३९
गद्य
हिताचरणप्रकरण-स्वोपज्ञ टीका
हिताचरणप्रकरण-बीजक १५२२.. जिनविम्वप्रवेशविधि ............
सं.
संपूर्ण
(99.७४५.२)
कागज..............वि.२०मी.....७.
अर्हन्तं नमस्कृत्य :वि. १७मी
१६२०
संपूर्ण
कागज
(१०.२४४.५)
गा.११६
आबाल बम्भयारि नेमि
पद्य
(प.पू. ११-१३) पे.वि.: गाथा-११५.
शीलोपदेशमालाप्रकरण तथा
जीर्ण चारित्रमनोरथमाला (पे.१) शीलोपदेशमाला
जयकीर्तिसूरि (पे.२) चारित्रमनोरथमाला
:धनेश्वरसरि शीलोपदेशमालाप्रकरण सह वृत्ति.
जीर्ण शीलोपदेशमाला
जयकीर्तिसरि शीलोपदेशमाला-शीलतरङ्गिणीवृत्ति सोमतिलकसरि
प्रा..स
(पे.पू. १३)
संपर्ण
कागज
(१६८)
वि. १५६७२४७
:आबालबम्भयारिनेमि
मूलगाथा-११५.. (१०.२४४.२).
गा
:
ग्रं. १२९४
वि. १२९४
१६४०
जैनागमविचारसारसङ्ग्रह
अष्ट
संपूर्ण
कागज
। वि. १७मी
१५४
(१००)
सोमतिलकसूरिनुं आचार्य पदवी पहेलानुं नाम विद्यातिलक हतुं. शुभविजय शिष्य वृद्धिविजये ज्ञानभंडारमा मूकेली: प्रति.पत्र ७३मुं अने ७४ मुं नथी.११७ मुं तथा ११८ मुं डबल छे.
सं.प्रा.
श्लोक ७११३
१६६७
शान्तिनाथचरित्र गद्यपद्यबन्ध
मध्यम
संपूर्ण
कागज
वि.१७मी
३३०
पत्र ७ मुं नथी अने २४५ मुंडबल छे..
१०.२४४.५)
शान्तिनाथचरित्र शान्तिनाथचरित्र श्लोकबद्ध
देवचन्द्रसूरि. जीर्ण
श्लोक १२१०० कागज
। वि.११६० :वि. १५४८
१६७०
संपूर्ण
१०८
(७०)
मुनिदेवसूरि : मध्यम
श्लोक ५०५५वि . १३२२ कागज
वि. १७०२
वेश्मरत्ननिशारत्ननभो १५४
पद्य : (१०४)
: ग्रन्थान-४८५०. वीरमगामना श्रावके धर्महंससूरिना :
उपदेशथी लखावेली प्रति. विशिष्ट रचना प्रशस्ति. सं.१७०४मां गुणविजयगणि शिष्य रत्नविजये पाटणना भंडारमा मूकेली प्रति., (१०.१४४.५)
१६७२ । नेमिनाथचरित्र गद्य
संपूर्ण
पद्य
: नेमिनाथचरित्र १६... प्रद्युम्नचरित्र श्लोकबद्ध
गुणविजय. जीर्ण
श्लोक ५२७५.....: वि. १६६८. हस्तप्रत
वि. १६४५... श्लोक 1000 !वि. १६४५ कागज
:वि. १७मी
Jog)
:(१०.२४४.२)
रविसागर
७७१ :दृष्टान्तशतक श्लोकबद्ध
(१०.२४.२]
सं. प्रा.मारुग।
पद्य
333