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श्रेष्ठ
1990f
(१२.५४५)
निरयावलिकासूत्र निरयावलिकादिपञ्चोपाड़गसूत्र । प्रज्ञापनोपाङगसूत्र ....... प्रज्ञापनासुत्र
(१२.५४४.७ प्रज्ञापना-३६.
ज्ञाताधर्मकथागसूत्रवृत्ति
(१२.५४४.७)
मागसूत्र-वृत्ति
(१२.७४५)
ज्ञाताधर्मकथागसूत्रवृत्ति ज्ञाताधर्मकथाङ्गसूत्र-वृत्ति
ग्रं.४३६६
विपाकसूत्र
३८
१२.५४४.७)
उत्तराध्ययनसूत्र
श्रेष्ठ
(१२.२४५)
(पाकाभाभा) पाटण कागळ प्रतोनो भंडार भाभानो पाडो-विमलगच्छ उपाश्रय
कागजवि . १६वी ग्रं. ११००
तेणं कालेणं तेणं
गद्य संपर्ण
वि. १७वी १४२ श्यामाचार्य
अध्याय ३६प्रज्
नमो अरिहन्तार्ण नमो गद्य
गं.७८८७ श्रेष्ठ संपूर्ण कागज
वि. १६वी ९७ अभयदेवसूरि
गं.४६६ वि.११२० नत्वा श्रीमन्महावीरं गद्य श्रेष्ठ
संपूर्ण कागज
वि. १६०१.....७२ अभयदेवसूरि
वि. ११२० नत्वा श्रीमन्महावीरं :जीर्ण संपूर्ण कागज
वि. १६वी सुधर्मास्वामी
ग्रं.१३१६
तेणं कालेणं तेणं कागज
वि. १७वी ४१ सुधर्मास्वामी
अध्याय ३६ ग्रं.
सञ्जोगाविष्पमुक्कस्य संयुक्त प+ग
२०९५ मध्यम.
कागज....
वि. १६२८...३. जिनवल्लभ
गा.१०४
देविन्दविन्दवन्दियपय पद्य श्रेष्ठ
कागज
: वि. १६२८ शान्तिसूरि वादिवेताल सं.प्रा. श्लोक १३३४५.
शिवदाः सन्तु तीर्थेश पद्य............ श्रेष्ठ
कागज ग्रं. १८६९
णमिऊण
विणयविरतियकर कागज
वि. १६वी
: वि.१४१२ श्रेष्ठ
कागज
वि.१६३० हेमचन्द्रसूरि मलधारी
ग्र.५८८८
सम्यक्सुरेन्द्रकृत
गद्य जीर्ण संपूर्ण कागज
.वि. १६वी .....४० ग्र.२२२५
मङगलादीणि सत्थाणि गद्य श्रेष्ठ संपूर्ण कागज
वि.१४९२
पिण्डविशुद्धिप्रकरण
गाथा-१०४./उंदरे करडेली...(१२.२४४.७).. गाथा १०५ सुधी मळे छे. (१२.२४४.७) मूल साथे ग्रन्थान-१८०००.
1३१४
उत्तराध्ययन बृहद्वृत्ति उत्तराध्ययनसूत्र-बृहदवृत्ति जम्बूद्वीपचूर्णि जम्बूद्वीपप्रज्ञप्तिसूत्र-चूर्णी
संपूर्ण
वि.१५३०
नरवर्मनृपकथा
(१२४४.५) लेखन स्थल : स्थंभनकपुर
विनयाप्रम
संपूर्ण
१०५
अनुयोगद्वारसूत्रवृत्ति अनुयोगद्वारसूत्र-वृत्ति दशाभूतस्कन्ध चूर्णि दशाश्रुतस्कन्ध-चूर्णी परिशिष्टपर्व - सर्ग १-१३
(१२.५४४.७) रचना स्थल धवलक्ककनगर (१२,२४४.७)
'आ ग्रंथना कुल पेज ९३ छे परंतु आ ग्रंथनी फूटनोटमा पत्र २२०, २२१ भेगां छे ते प्रमाणेनी माहिती मळे छे. तेथी आ माहिती चेक करशो.. (१२४४.२)
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