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स्थिति
ग्रंथांकपत नाम
(पेटा नंबर). पेटा नाम कृति नाम
(पातासंघवी) पाटण ताडपत्रीय ज्ञान भंडार संघवी पाडानो भंडार पूर्णता प्रत प्रकार प्रतिलेखन वर्ष पत्र
डीवीडी (डीवीडीभाषा परिमाण रचना वर्ष जात आदिवाक्य
झे.पत्र/झे.पत्र)
प्रतविशेष, माप, पंक्ति, अक्षर, प्रतिलेखन स्थल पेटांक पृष्ठ, पेटा विशेष कृति विशेष, पेटांक पृष्ठ, पेटा विशेष
कति प्रकार
विचार त्रिषष्टिशलाकापुरुषचरित्र अष्टमपर्वश्रेष्ठ
११९-१
प्रतिपूर्ण
ताडपत्र
वि. १२७५
३४१
३४/५२(१७१)
(जुनो नं.२१७)ग्रन्थान-४९१४./विशिष्ट प्रतिलेखन पुष्पिका. मूलपत्र-३३८ पछीना अलगथी ३ पत्रो आमां नथी. झेरोक्ष पत्र ८,४६, ६२ अने १६७ नथी तथा १६६ बेवडाएल छे...(१४.७४२१. पर्व-१०............... पाटण ताडपत्रीय केटलॉग में तथा माइक्रोफिल्म रजिष्टर में इस कृति का उल्लेख नहीं है.
त्रिषष्टिशलाकापुरुषचरित्रमहाकाव्य ११९- २बन्धस्वामित्व प्राचीन कर्मग्रन्थ सटीक
हेमचन्द्रसूरि श्रेष्ठ
सर्ग १० ताडपत्र
संपूर्ण
(१४)
गा.५४
पा.
ग्रं. ५६०
गद्य
बन्धस्वामित्व प्राचीन तृतीय कर्मग्रन्थ बन्धस्वामित्व प्राचीन तृतीय कर्मग्रन्थ-वृत्ति हैमीनाममालावृत्ति सह अभिधानचिन्तामणिनाममाला
हरिभद्रसूरि श्रेष्ठ हेमचन्द्रसूरि
वि.११७२ वि. १२७५
अपन
ताडपत्र
३४/५२(११२)..(जुनो नं. २२५)अपूर्ण छे सारी..(१५४२)
२४० प्रणिपत्याहेत:
अध्याय ६काङ
गं.२६30
हेमचन्द्रसूरि
गं. १0000
गद्य
अभिधानचिन्तामणिनाममाला-टीका रामचरित्र-सर्ग १९-३६
धर्मतीर्थकृतां वाचं २३८
१२१-१
श्रेष्ठ
ताडपत्र
३४/५२(८०)
उभय ग्रन्थान-१००००. टीका ग्रन्थान-४६८५. (जुनो नं.२८६)१९ थी ३६ सर्ग सुधी, पत्र बीजु (२) नथी, पत्र १-४-५ ना टुकडा नथी. वचमा पण केटलांकना टुकड़ा नथी.. (x)
:रामचरितमहाकाव्य
:आभनन्द
पद्य
चित्यवन्दनपत्याख्यानलघवत्ति आदि
संपूर्ण
ताडपत्र
३४/५२(३८) गद्य
(जुनो नं. १९८(१-२)) (पे.पू. १-५०)
ग्रं. ५५०
श्रीवीरजिनवरेन्द्र
ग्रं.२००
प्रणिधाय श्रीवीरें तिथिक्रमाज्जिनेन्द्र
आसराज
श्लोक ३२
(पे.१) चैत्यवन्दना वन्दनक प्रत्याख्यान
तिलकसूरि लघुवृत्ति (पे.२) श्रावकप्रतिक्रमणसूत्र-लघुवृत्ति
:तिलकसूरि (ये.३) कल्याणकस्तोत्र उपदेशमालावृत्ति-हेयोपादेयानाम्नी. उपदेशमालाप्रकरण-हेयोपादेया टीका-कथा | सिद्धर्षि गणि रहित आवश्यक टिप्पण
जीर्ण आवश्यकसूत्रना शिष्यहितावृत्तिनुं
हेमचन्द्रसूरि प्रदेशव्याख्या टिप्पण
: मलधारी
गद्य
(पे.पृ. ५१-७०) पद्य
(प.पू.१-४३). ३४/५२(१३८)........(जुनो नं.६४)ग्रन्थाग-४१६०...(१४४२)..
प्रतिपूर्ण
:वि. १२३६.
३६०
ताडपत्र...... ग्रं.४०६१
हेयोपदेयार्थोपदेश
गद्य
संपूर्ण
ताडपत्र
वि.१२५८
५८१८९
३४/५२(१०२)...(जुनो नं. २७६)जीर्ण थई गई छे....
सं.
ग्रं.४६४०
जगत्रयमतिक्रम्य
गद्य
108