________________ 46 4- 'सद्द' शब्द पर शब्द का निर्वचन, नामस्थापनादि भेद से चार भेद, बौद्धों के अपोहवाद का खण्डन, नित्यानित्य विचार, और शब्द का पौगलिकत्व, शब्द के दश भेद, मनोज्ञ शब्दों के सुनने का निषेध, शब्द के आकाश गुणत्व का खण्डन इत्यादि विषय हैं। 5- 'सावय' शब्द पर श्रावक शब्द की व्युत्पत्ति और अर्थ, श्रावक के लक्षण श्रावक का सामान्य कर्त्तव्य, निवासविधि, श्रावक की दिनचर्या, श्रावक के 21 एकविंशति गुण इत्यादि विषय हैं। 6- "हिंसा' शब्द पर हिंसा का स्वरूप, वैदिक हिंसा का खण्डन, षड्जीवनिकायों की हिंसा का निषेध, जिनमन्दिर बनवाने में आते हुए दोष का परिहार इत्यादि अनेक विषय हैं। ७-'हेउ' शब्द पर हेतु के प्रयोगप्रकार, कारक और ज्ञापक रूप से हेतु के दो भेद इत्यादि विषय द्रष्टव्य हैं / सप्तम माग में जिन जिन शब्दों पर कथा या उपकथायें आई हुई हैं उनकी संक्षिप्त नामावली'संखपुर' 'संजय' 'संतिदास' 'संतिविजय' 'सक्कह' 'सत्त' 'समुद्दपाल' 'सयंभूदत्त' 'सावत्थी' 'सावयगुण' 'सिंहगिरि' 'सीलंगायरिय' 'सीह 'सुकण्हा' 'सुक्क' 'सुगीव' 'सुज्जसिरी' 'सुजसिव' 'सुट्ठिय' 'सुणंद 'सुणक्खत्त' 'सुदंसण' 'सुदक्खिण' 'सुपासा' 'सुप्पभ' 'सुभद्द' 'सुभूम' 'सुमंगल' 'सुमंगला' 'सुव्यय' 'सूर' 'सेणिय' 'सोमचंद' 'सोमा' 'हरिएस' 'हरिभद्द' इत्यादि शब्दों पर कथाएँ द्रष्टव्य हैं। ---00--- इस तरह से सातों भागों की यह अत्यन्त संक्षिप्त सूची समझना चाहिए, विस्तार तो ग्रन्थ से ही मालूम होगा क्योंकि भूमिका में विशेष विस्तार करके पाठकों का समय व्यर्थ नष्ट करना है।