________________ अंतरदीव 90 - अभिधानराजेन्द्रः - भाग 1 अंतरदीव वरवेइया एगेणं वणसंडेणं सव्वओ समंता संपरिक्खित्ता / से णं वणसंडेणं देसूणाई दो जोयणाई चक्कवालविक्खं भेणं वेइया समए परिक्खेवेणं पन्नत्ते / से णं वणखंडे कण्हे किण्होवभासे एवं जहा रायपसेणइज्जे वणसंडवन्नओ तहेव निरवसेसं भाणियव्वं / तणाण य वन्नगंधफासो सद्दो तणाणं वा वी ओप्पायपव्वयगा पुढविसिला पट्टगा य भाणियव्वा, जाव तत्थ णं बहवे वाणमंतरा देवाय देवीओ य आसयंति, जाव विहरंति। एगुरुयदीवस्स णं दीवस्स अंतो बहुसमरमणिले भूमिभागे पन्नत्ते / से जहानामए आलिंगपुक्खरेइ वा, एवं सयणीए भाणियब्वे, जाव पुढविसिलापट्टगं ति / तत्थ णं बहवे एगोरुयदीवया मणुस्सा य मणुस्सीओ य आसयंति जाव विहरंति। एगुरुयदीवे णं दीवे तत्थ तत्थ देसे तहिं तहिं बहवे उद्दालका मोद्दालका कोद्दालगा कतमाला नत्तमाला णट्टमाला सिंगमाला संखमालादंतमाला सेलमालगा णाम दुमगणा पन्नत्ता समणाउसो! कुसविकुसविसुद्धरुक्खमूला मूलमंतो कंदमंतो जाव वीयमंतो पत्तेहि य पुप्फेहि य अच्छन्नपडिच्छन्ना सिरीए अईव 2 सोभेमाणा सोभेमाणा चिट्ठति / एगुरुयदीवेणंदीवे तत्थ तत्थ बहवे हेरुयालवणा भेरुयालवणा मेरुयालवणा सेरुयालवणा सालवणा सरलवणा सत्तपण्णवणा पूयफलिवणा खजूरीवणा नालिएरवणा कुसविकुस जाव चिट्ठति। एगुरुयदीवेणं दीवे तत्थ बहवे तिलयालउत्ता नग्गोहा जाव रायरुक्खा णंदिरुक्खा कुसविकुस जाव चिट्ठति / एगुरुयदीवे णं दीवे तत्थ बहुओ पउमलयाओ नागलयाओ जाव सोमलयाओ निचं कुसमियाओ। एवं लयावन्नओजहा उववाईए जाव पडिरूवाओ। एगुरुयदीवे णं दीवे तत्थ बहवे सिरियगुम्मा जाव महाजाइगुम्मा तणगुम्मा दस-द्धवन्नं कुसुमं कुसुमेति / जेणं वायविहुलग्गसाला / एगुरुयदीवस्स बहुसमरमणिज्जं भूमिभागं मुक्कपुप्फ-पुंजोवयारकलियं करेंति / एगुरुयदीवेणं दीवे तत्थ बहुओ वणराईओ पन्नत्ताओ। ताओ णं वनराईओ किण्हाओ किण्होवभासाओ जाव रम्माओ महामेहणिगुरुंबभूयाओ जाव महता गंधधणिं मुयंताओ पासाईयाओ। एगुरुयदीवे णं दीवे तत्थ बहवे मत्तंगा नाम दुमगणा पन्नत्ता समणाउसो! जहा से चंदप्पभमणिसिलागवरसीधुपवरवारुणिसुजायफलपुप्फचोणिज्जा संसारबहुदव्वजुत्तिसंसारकालसंधिय आसवमहुमेरगरिट्ठाभदुट्ठजाइपसन्नतेलगास ताओ खजूरमुदियासारका विसायणसुपक्कखोयरसवरसुरावण्णरसगंधफरिसजुत्तबलवीरियपरिणामा मजविधीय बहुप्पगारा तहेव ते मत्तंगया वि दुमगणा अणेगबहुविविहवीससा परिणयाए मजविहीए उववे या फलेहिं पुन्ना विव विसट्टति कुस- / विकुसविसुद्धरूक्खमूला जाव चिटुंति 1, एगुरुयदीवे णं दीवे तत्थ बहवे मिंगंगा णाम दुमगणा पन्नत्ता समणाउसो ! जहा से चारगघडक रगक लसक करिपायकं चणिउल्लू क वद्धणिसुपइट्टकविट्ठा पारावसगा भिंगारा कोरडिसरंगपरंगपत्तीथालणिल्लगचवलियअयपलगवालविचित्तवट्टक मणितट्टक - सिप्पिखारपिणद्धकंचणमणिरयण भत्तिविचित्तविभायणविहिबहुप्पगारा तहेव तेसिं भिंगंगेया वि दुमगणा अणेगबहुविविहवीससा परियणत्ताए भायणविहीए उववेया फलेहिं पुण्णा विव विसट्टति कुसविकुस जाव चिटुंति 2, एगुरुयदीवे णं दीवे तत्थ बहवे तुडियंगा नाम दुममणा पन्नता समणाउसो ! जहा से आलिंगपणवदद्दरपडहडिंडिमाभंभातहोरंभकिणियखरमुहिमुयंसंखियपरिल्लए पव्वगापरिवायणिव्वंसवेणुवीगोसुग्धोसगविपंचमहतिकच्छतिरिक्खसतकलाकंसालतालकसंपत्ताओ आतोद्यविधीए णिउणगंधव्वसमयकुसलेहिं फंदिया तिट्ठाणकरणसुद्धा तहेव ते तुडियंगा वि दुमगणा अणेगबहुविविहवीससा परिणताए ततविततबंधणसिराए चउव्विहाए आतोज्जविहीए उववे या फले हिं पुण्णा विव विसट्टे ति कुसविकुस-विसुद्धरुक्खमूलाओ जाव चिटुंति 3 / एगुरुयदीवे णं दीवे तत्थ बहवे दीवसिहाणाम दुमगणा पन्नत्ता समणाउसो ! जहा से संझविरागसमए नवनिसीहिपतिणो विदीविया चक्कबालचंदे पभूयवट्टिपलित्तज्झणेहिं विउज्जलिय तिमिरमद्दए कणगनिकरकुसुमियपारिजायघणप्पगासे कंचणमणिरयणविमलमहरिहतवणिज्जुज्जलविचित्तदंडाहिं दीवियाहिं सहसा पञ्जालिओ सवियणिद्धतेयदिप्पंतविमलगहगणसमयप्पदाहिं वि तिमिरकरकसूरपसरिउज्जोवविल्लियाहिं जालाउज्जलपहसियाभिरामाहिं सोभमाणाहिं सोभमाणा तहेव ते दीवसिहा वि दुमगणा अणेगबहुविविहवीससा परिणयाए उज्जोयविहीए उववेया फलेहिं कुसविकुस० जाव चिट्ठति / एगुरुयदीवे णं दीवे तत्थ बहवे जोइसिया नाम दुमगणा पन्नत्ता समणाउसो ! जहा से अचिरुग्गयसरयसूरमंडल पडं तउकासहस्सदिप्पंतविजुजललहुयबहुनिज्झूमजालिनिद्धंतधोयतत्ततवणिञ्जकिं सुयाऽसोगजासुयणकु सुमविमउलियजमणि रयणकि रणजचहिंगु लय तिरयरूवाइरेगरूवा तहे व ते जो तिसिहा वि दुमगणा अणे गबहुविविहवीससा परिणयाए उज्जोयविहीए उववे या सुहले सा मंदले सा मंदातवले सा कू डाठाणट्ठिया अन्नोन्नसमोगाहाहिं लेसाहिं साए पभाए तेयसा सव्वओ समंताओ भासंति उज्जोवंति पभासंति कुसविकु स वि जाव चिट्ठ ति 5, एगुरुयदीवे णं दीवे तत्थ बहवे