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22. कुन्दकुन्दभारती, (आ. कुन्दकुन्द के समस्त ग्रन्थों का संग्रह), संपा. डा. पन्नालाल साहित्याचार्य, प्रका. श्रुतभण्डार व ग्रन्थ प्रकाशन समिति, फलटन, ई. 1970. 23. जैन योग ग्रन्थ चतुष्टय (आ. हरिभद्र के योगदृष्टिसमुच्चय, योगबिन्दु, योगशतक व योगविंशिका-इन चार ग्रन्थों का संग्रह), संपा. डा. छगनलाल शास्त्री, प्रका. मुनिश्री हजारीलाल स्मृति प्रकाशन, पीपलिया बाजार, व्यावर- 305901, (राज.), ई. 1982 (अगस्त) संस्करण.' 24. आदिपुराण (आ. जिनसेन), (भाग I व II) सम्पा. डा. पन्नालाल जैन साहित्याचार्य, प्रका.भारतीय ज्ञानपीठ. वाराणसी- दिल्ली. ई. 1988 (तृतीय संग्करण), ... ।।.iit , . ||1) . ' : डा . 'FE.IIi शास्.1, का. || आगरा समिति, व्यावर (राज.), 1980 ई.
26. ज्ञाताधर्मकथाङ्ग (णायाधम्मकहाओ), अनुवादक-विवेचकः पं. शोभाचन्द्र भारिल्ल, प्रका. ॥ श्री आगम प्रकाशन समिति, व्यावर (राज.) 1981 ई.
27. उत्तरपुराण (आ. गुणभद्ररचित), सम्पादक-अनुवादक: डा. पन्नालाल जैन, साहित्याचार्य, प्रका. भारतीय ज्ञानपीठ, दिल्ली-वाराणसी, 1968 ई. (द्वितीय संस्करण). 28. सूक्ति त्रिवेणी (I खण्ड-जैन धारा), उपा. अमर-मुनि, प्रका. सन्मति ज्ञानपीठ, आगरा-2, ई. 1967 (अगस्त). 29. प्राकृत सूक्तिकोश, मुनि चन्द्रप्रभसागर, प्रका. जयश्री प्रकाशन, 22 ए, बुध ओस्तागर लेन, कलकत्ता-9, ई. 1985 (दिसंबर).
30. औपपातिक सूत्र, अनु. पं. छगनलाल शास्त्री, प्रका. श्री आगम प्रकाशन समिति, व्याव HE (राजस्थान), ई.1982 .
31. कल्पसूत्र, संपा. विवेचक: श्री देवेन्द्र मुनि शास्त्री, प्रका. श्री तारक गुरु जैन ग्रन्थालय, उदयपुर (राजस्थान), चतुर्थ संस्करण, 1985 ई. 32. व्याख्याप्रज्ञप्ति (भगवती सूत्र). (1-4 खण्ड) संपा. विवेचकः श्री अमर मुनि, प्रका. श्री
आगम प्रकाशन समिति, व्यावर (राजस्थान), ई. 1982-86 5733. रत्नकरंड श्रावकाचार (आ. समन्तभद्र), अनु. पं. मोहनलाल शास्त्री, प्रका. सरल जैन ग्रन्थ
भण्डार, जवाहरगंज, जबलपुर-2, ई. 1980 संस्करण
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[जैन संस्कृति खण्ड/518