SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 1203
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ दत्त आत्रेय व्यक्तिसूचि प्रजापति आयु राजा को पुत्रदान; सहस्रार्जुन को वरप्रदान; भाष्य का पुनरुद्धरण; अन्य ग्रंथ; योगसूत्रपरिचय; योगदजन्मकाल; ग्रंथ; दत्त सांप्रदाय । शन । दध्यंच आथर्वण ...२६३-२६४ । परशुराम जामदग्न्य ....३८८-३९४ प्रवऱ्या विद्या; मधुविद्या; अस्थिप्रदान । शिक्षा; शिष्य; आश्रम; रेणुकावध; अस्त्रविद्या; हैहयों दुर्योधन ...२८०-२८५ ! से शत्रुत्व; कामधेनुहरण; युद्ध; कार्तवीर्यवध; जमदग्निजन्म; अस्त्रविद्या; पाण्डवों को विषप्रयोग; लाक्षागृहदाह; वध; मातृतीर्थ की स्थापना, हैहयविनाश; निःक्षत्रिय विवाह; अर्धराज्यप्रदान; इतक्रीडा; घोषयात्रा; वैष्णव- पृथ्वी; अश्वमेध यज्ञ; नया हत्याकाण्ड; हत्याकाण्ड से बचे यज्ञ; द्रौपदीसत्त्वपरीक्षा; विराट नगरी में; संजयदौत्य क्षत्रिय; शूपारक की स्थापना; परशुरामकथा का अन्वकृष्णदौत्य; भारतीय युद्ध; मृत्यु; दुर्योधन का मनोगत । यार्थ; महाभारत में; रामायण में; कालविपर्यास; परशुराम दुर्वासस् आत्रेय ...२८५-२८७ | सांप्रदाय के ग्रन्थ; परशुराम शक । __ जन्मकथा; स्वरूपवर्णन; अनुग्रहकथा; क्रोधकथा; पराशर ...३९५-३९८ देवी ...३००-३०३ राक्षससत्र; व्यासजन्म; आदरणीय ऋषि; वेदव्यास; तात्त्विक चर्चा; धर्मशास्त्रकार; ज्योतिषशास्त्रज्ञ; आयुवर्देशास्त्रकार; पुराणविभिन्न अवतार-दूर्गा; महिषासुरमर्दिनी एवं महा- | इतिहासज्ञः पराशर वंश। लक्ष्मी; चामुंडा; शांकमरी; सती; पार्वती, काली एवं गौरी ...३९९-४०१ कालिका; मातृका; जन्म राज्य में कलिप्रवेश; शाप; तक्षकदंश; परिक्षित् अन्य अवतार-सिद्धांबिका; तारा; भास्करा; योगेश्वरी; | कथा का अन्वयार्थ पौराणिककाल । त्रिपुरा; कोलंबा; कपालेशी; सुवर्णाक्षी; चर्चिता; त्रैलोक्य- | पाणिनि ...४०५-४१० विजया; वीरा; हरसिद्धि; चंडिका; भूतमाला अथवा नामान्तर; मातापिता; अध्ययन; निवासस्थानः काल; भूमाता; पूर्वाचार्य; अष्टाध्यायी; पाणिनीय व्याकरणशास्त्र; पाणिनिदेवीपीठ । कालीन भूगोल; सिक्के; परिमाणदर्शक शब्द; अष्टाध्यायी के द्रोण ...३०७-३०९ वार्तिककार; अष्टाध्यायी के पूर्वाचार्य, पाणिनि के व्याकरणजन्म; शिक्षा; हस्तिनापुर में; द्रुपदपराभव; भारतीय | ग्रंथ । युद्ध; वध । पाण्डु ...४१०-४१२ द्रौपदी ...३१०-३१३ | जन्म; शिक्षा विवाह; राज्यप्राप्ति; शाप; पुत्रेच्छा; जन्म; स्वयंवर; पंचपतित्व; द्यूत; द्रौपदी का प्रश्न | पुत्रप्राप्ति; मृत्यु। वनवास; अज्ञातवास; राज्यप्राप्ति; स्वभाव । पितर ...४१९-४२२ धन्वन्तरि उत्पत्ति; प्रिय खाद्यपदार्थ; मनोविकार; पितृगण; दैवी स्वरूपवर्णन; मनसा से युद्ध; ग्रंथ । पितर; मूर्त अथवा मानुष पितर; पितृकन्या; पितृकन्या का नारद ...३६०-३६६ अन्वयार्थ; पितृवंश। स्वरूपवर्णन; जन्म; पुनर्जन्म; देवों का वार्ताहर पिप्पलाद .....४२५-४२६ तत्त्वज्ञ नारद; संगीतकलातश; नारदनारदी; विवाह; सुवर्ण- | पैप्पलाद संहिता; अन्यग्रंथ; तत्वज्ञान । ठीविनकथा; शत्रुघ्न को चेतावनी; कलियुग में; कृष्ण- प्रथ वैन्य ४४२-४५२ कथाओं में नारद; इंद्रसभा में; धर्मशास्त्रकार; शिक्षाकार, | पृथ्वीदोहन अथवा नवसमाजरचना; दोहक-गण; अन्य ग्रंथ । राज्यभिषेकपृथु की राजप्रतिज्ञा; पुत्र; पृथुवंश । नृसिंह ...३७५:३७६ प्रजापति ...४६१-४६६ नृसिंह उपासना; नृसिंहस्थान । सर्वप्रमुख देवता; सृष्टि आरंभ; सूर्यपूजा-अर्घ्य इंद्र पतंजलि ...३८२-३८६ । की उत्पत्ति; यज्ञारंभ; सृष्टि निर्माण व व्यवस्था; कन्याविवाह; नामान्तर; काल; जीवनचरित्र; व्याकरणमहाभाष्य; | दुहितृगमन; प्रजापतियों की संख्या; प्रजापतियों की शुद्ध उच्चारण का महत्त्व प्राचार्य; टीकाकार; महा- | नामावलि।
SR No.016121
Book TitleBharatvarshiya Prachin Charitra Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSiddheshwar Shastri Chitrav
PublisherBharatiya Charitra Kosh Mandal Puna
Publication Year1964
Total Pages1228
LanguageHindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size32 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy