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परिशिष्ट ५ ]
सू. इ. ( अयोध्या )
७६ राम
७७ कुशलव
७८ अतिथि ७९ निषध
८० नल
८१ नभ
८२ पुंडरीक
८३ क्षेमधन्वन्
८४ देवानीक
८५ अहीन ८६ पारियात्र
८७ बल (दल ) ८८ स्थल
८९ उक्थ
९० वज्रनाभ
९१ खगण
९२ विधृति
( पौंडरीक)
९६ पुष्य ९७ वसंधि १८ सुदर्शन ९९ अग्निवर्ण
१०० शीघ्र
१०१ मरु
१०२ प्रभुत १०३ (सु) संघि १०४ अमर्षण
१०५ सहस्वत् १०६ विश्वसाह १०७ प्रसेनजित्
१०८ तक्षक
१०९ बृहद्बल
११० बृहद्रण
१११ ... ११२ उरुक्रिय
सू. निमि (मिथिला)
कुशध्वज
भानुमत
प्रद्युम्न शतथुन
मुनि
ऊर्जवह
सुतद्वाज
*कुणि
( शकुनि )
९२ (व्युषिताश्व
सत्यरथ
९४ विश्वसह २.)... उपगु ९५ हिरण्यनाम
* रंजन
( अंजन )
*उग्रदेव ) * क्रतुजित् अरिष्टनेमि
श्रुतायु
सुपार्श्व
संजय
क्षमारि
अनेनस्
मीनरथ
स्वागत
सुबर्चस्
| धृति
*.**.
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बहुलाश्व कृत किंवा कृती महावशिन्
पौराणिक राजवंश
सू. विष्ट.
(वैशाली)
श्रुत
सुश्रुत
जय विजय
ऋत
सुनुय
वीतहव्य दमघोष
शिशुपाल
परिक्षित्
|
७ जनमेजय... सुहोत्र
च्यवन
कृत
सो, चैद्य.
प्रत्यग्रह
सो. मगध.
११६२
सुधन्वन्
वसु चैद्य बृहद्रथ (कुशाग्र)
ऋषभ
पुष्पवत्
सत्यहित
सुधन्वन्
कर्ज
नमस्
(संभव)
......
जरासंध
| सहदेव
सोमापि श्रुतश्रवस अयुतायु
...
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...
[राजाओं की तालिका
सो. अत्र (दक्षिण पांचाल)
पृथुमेन
सो. कुछ
सुरथ
(ऋक्ष) सार्वभौम
जयत्सेन
अराधिन्
महासत्त्व
( महाभौम )
अयुतायु
अक्रोचन
| देवातिथि
ऋक्ष २.
भीमसेन
दिलीप
प्रतीप
(ऋष्टिषेण ) शंतनु
भीष्म
विचित्रवीर्य
( धृतराष्ट्र, पांडु ) | युधिष्ठिर अभिमन्यु परिक्षित् जनमेजय शतानीक
पार १.
नीप
समर
पार २.
पृथु
सुकृति
ब्रह्मदत्त
विश्वक्सेन
उदक्सेन भल्लाट
जनमेजय
द्रुपद
......
धृष्टद्युम्न
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