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. अभिधानचिन्तामणिनाममाला • ६६ .
शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ . | शब्द./ लिंग / श्लोक / अर्थ कनकाह्वय पुं ११५१ धतुरो कन्धरा स्त्री ५८६ 'डोक कनन पुं ४५३ काणो
कन्धरामध्य न. ५८७ डोकनो मध्यभाग कनिश न. ११८१ (शि. १०७) कणसलुं कन्यकुब्ज न. ९७३ कान्यकुब्ज, कनिष्ठ पुं५५२ नानो भाई
.. कनोज देश कनिष्ठ न. १४२८ (शि. १२८) अत्यंत थोड़ें, | कन्यस पुं ५५२ (शे. ११६) नानो भाई
घणुं नानुं |कन्या स्त्री ५१० कुमारी कनिष्ठा स्त्री ५९३ टचली आंगळी । | (कन्या) स्त्री ११६ कन्या राशि कनी स्त्री ५१० कुमारी.. . | कन्याकुब्ज न. ९७४ कान्यकुब्ज, कनीनिका स्त्री ५७५ आंखनी कीकी
कनोज देश कनीनिका स्त्री ५९३ टचली आंगळी कपट न. पुं. ३७८ छळ, कपट कनीयस् पुं ५५२ नानो भाई | कपर्द पुं २०० शंकरनी जटा कनीयस न. १४२८ अत्यंत थोडं, घणुं नानुं | कपर्द पुं १२०६ कोडी कनीयस न. १०४० तांबु
| कपर्दिन् पुं १९६ शंकर, महादेव कन्तु पुं २२८ (शि. १६) कामदेव कपाट पुं न. स्त्री १००७ कमाड, बार| कन्द पुं. न. ११६६ कमळ वगेरेनुं मूळ | कपाल पुं. न. ६२७ कपाळ, कन्द पुं. न. ११८९ सूरण कन्द | . माथानी खोपरी कन्दर पुं न. स्त्री १०३३ कृत्रिम गुफा | कपालभृत् पुं १९९ शंकर, महादेव कन्दराकर पुं १०२७ (शे. १५८) पर्वत (कपालिन्) पुं १९९ शंकर, महादेव कन्दर्प पुं २२८ कामदेव
कपालिनी स्त्री २०६ चामुंडा कन्दर्पा स्त्री ४५ श्री धर्मनाथ भगवाननी | कपि पुं १२९१ वांदरो शासनदेवी
कपि पुं ९८ (शेष ९) सूर्य 'कन्दलिन्' पुं १२९४ हरणनी एक जात | कपि पुं २१९ (शे. ७५) विष्णु, नारायण कन्दली स्त्री पुं. न. १२९४ हरणनी कपि पुं १२१८ शेष(१७७) हाथी
एक जात 'कपिकच्छ' स्त्री ११५१ कौवच कन्दु पुं स्त्री. ९२१ लोढानु वासण, तवी, | कपिकच्छू स्त्री ११५१ कौवच
कडाई वगेरे कपित्थ पुं ११५१ कोठं कन्दुक पुं न. ६८९ दडो . | कपिध्वज पुं ७०९ अर्जुन