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. शब्दमाला . ७ ..
शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ अट्टहास पुं. २९७ ज़ोरथी हसवं ते अति अ. १५४२ (शे.२००) श्रेष्ठ अर्थमां अट्टहासिन् पुं १९७ शंकर
अति अ. १५३५ (शि. १३८) अतिशय अट्टालक पुं ९८१ मेडी
अतिकुत्सित पुं ३५० अत्यंत खराब अट्याट्या स्त्री १५०१ (शि.१३५) पर्यटन | अतिक्रम पुं १५०४ क्रमर्नु उल्लंघन अड्डन न. ७८३ ढाळ
अतिजव पुं ४९४ अतिशय वेग अणक न. १४४२ अधम
अतिथि पुं ४९९ महेमान अणव्य न. ९६६ कांगनुं खेतर
अतिथिपूजन न. ८२२ अतिथि सत्कार अणि पुं स्त्री ७५६ धरीनो खीलो अतिदूर न. १४५२ अत्यंत दूर अणि पुं. स्त्री १०१३ खूणो .. अतिपथिन् पुं ९८४ सारो मार्ग अणिमन् पुं २०२ अत्यंत नाना थवानी सिद्धि | अतिपात पु. १५०४ उल्लंघन अणी स्त्री १०१३ खूणो
| अतिभी स्त्री १८१ वजनी ज्वाळा अणीयस् न. १४२८ अत्यंत नानुं . अतिमर्याद न, १५०६ अतिशय अणु न. १४२६ नानुं
| अतिमात्र न. १५०६ अतिशय अण्ड पं. न. ६११ अण्डकोश अतिमुक्तक पु. ११४७ माधवी लता अण्ड पुं. न. १३१९ इण्डं .. अतिरिक्त न. १४४९ अधिक अण्डक पुं. ६११ अण्डकोश
अतिवाहिक पुं १३५८ नारकी, नरकनो जीव अण्डकोश पुं६१२ अण्डकोश
अतिवृष्टि स्त्री ६० अतिवर्षा न थाय तेवो अण्डज पुं १३१७ पक्षी
• भगवाननो अतिशय अण्डज पुं १३४३ माछखें
अतिवेल पुं. १५०६ अतिशय अण्डज पुं १३५५ इंडामांथी उत्पन्न थता | अतिशय १५०६ अतिशय
साप, पक्षि वगेरे 'अतिशोभन' न. १४३९ श्रेष्ठ अण्डवर्धन न. ४७० अंडकोशनी वृद्धि . | अतिसन्धान न. ३७९ ठगq. अतट पुं १०३२ पर्वतर्नु ऊंचं स्थान | अतिसर्जन न. १५१९ अतिशय दान अतल पुं २०० (शे. ४८) महादेव | अतिसारकिन् पुं. ४६० अतिसारनो रोगी अतलस्पृश् त्रि. १०७० अत्यंत . अतिस्थिर न. १४५३ अत्यंत स्थिर अतस् अ. १५४१ (शे. २०२) ए माटे | अतिस्निग्धमधुरत्व न. ६८ अत्यंत मीठाश अतसी स्त्री ११७९ अळसी .. | अने स्नेहवाळी वाणी (प्रभुनी वाणीनो गुण)