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शब्दमाला . ३४७ . . . .
शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ - शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ सास्ता स्त्री १२६४ गलकम्बल, बळदना |"सिंहास्य' पुं ११४० अरडुशी
गळानी नीचे लटकती गोदडी "सिंही' स्त्री ११४० अरडुशी साहस न. ७३६ दंड
सिकता स्त्री १०८९ रेती साहस्त्र पुं ७६४ हजार सैनिकोनो उपरी | सिक्थक न. १२१४ मीण साहस्त्र न. १४१५ हजारोनो समूह | 'सिङ्घाण' न. ६३२ नाक-काननो मेल सिंह पुं ४८ श्री महावीर प्रभुन लांछन | सिच् स्त्री ६६६ वस्त्र सिंह पुं १२८३ सिंह
| सिचय पुं ६६६ वस्त्र सिंह पुं १४४० आ शब्द जोड़वाथी | सित पुं १३९२ सफेद रंग प्रशंसावाचक शब्द बने छे. जेम के पुरुषसिंह | सित पुं ४३८ केदी,. बंधायेलो (सिंह) पुं ११६ १२ पैकी पांचमी सिंहराशि सित पुं १४७ (शे. २२) शुक्ल पक्ष सिंहकेसर पुं ४०० (शे. ९८) एलची केशर (सित) न. १०४३. रूपुं
__ आदि सुगंधी द्रव्योनो बनावेल लाडु | सितच्छद पुं १३२५ हंसपक्षी सिंहतल पुं ५९६ डाबा अने जमणा हाथनी | सितपङ्कजलाञ्छन पुं १३०८ सफेद शेषनाग
बंने हथेळी भेगी करवी ते | सितरञ्जन पुं १३९४ पीळो रंग सिंहद्वार न. ९९३ प्रवेशद्वार . | सिता स्त्री ४०३ साकर .. सिंहनाद पुं १४०४ सुभटोनी सिंह जेवी गर्जना] (सितांशु) पुं १०४ चंद्र सिंहयाना स्त्री २०३ पार्वती
सिताङ्ग पुं २०० (शे. ४५) शंकर सिंहल न. १०४२ कलई, सीसुं | सिताभ पुं६४३ कपूर (सिंहवाहना) स्त्री २०३ पार्वती सिताम्भोज न. ११६२ सफेद कमळ सिंहविक्रम पुं १२३३ (शे. १७८) घोडो | (सिताश्व) पुं १०४ चंद्र सिंहसंहनन पुं ३५५ सारा रूप संघयणवाळो | सितासित पुं २२४ बलदेव सिंहसेन पुं ३७ श्री अनंतनाथ भ.ना पिता | सितेतर न. १७ (प.) कृष्ण, काळु 'सिंहाण' न. ६३२ नाक-काननो मेल सितोदर पुं १८९ कुबेरदेव सिंहान न. १०३८ लोढानो मेल | | सितोपला स्त्री ४०२ साकर 'सिंहान' न. ६३२ नाक-काननो मेल | सिद्ध न. ४१२ पाकी गयेखें, रांधेलु सिंहासन न. ७१७ सिंहासन, राजाने योग्य | सिद्ध न. १४८७ सिद्ध थयेलं
. सोना- आसन I(सिद्ध) न. ११८३ मसळेलुं अनाज
सिताभ पंत