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अभिधानचिन्तामणिनाममाला. . २३८ ।
शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ भुजाकण्ट पुं ५९४ नख
भूतनायिका स्त्री २०५ पार्वती भुजान्तर न. ६०२ छाती
भूतनाशन न. ४२२ (शे. १०३) हिंग भुजामध्य न. ५९० कोणी
भूतपति पुं १९९: शंकर भुजि पुं ११०० (शे. १७१) अग्नि भूतयज्ञ पुं ८२२ बलिदान भुजिष्य पुं ३६० चाकर
भूतात्त पुं ४९१ भूतग्रस्त भुजिष्या स्त्री ५३३ वेश्या
'भूतावास' पुं ११४५ बहेडा भुवन न. पुं १३६५ लोक, जगत
भूति पुं ४१२ अग्निमां पाकेलुं मांस भुवन न. १०६९ पाणी
भूति पुं ८२८ राखोडी भुवस् अ. १५२६ आकाश
भूतेष्टा पुं १५१ चौदश तिथि भुविष् स्त्री ८७ स्वर्ग
भूत्तम न. १०४५ सोनुं भू पुं ६. (प.) आ शब्द लगाडवाथी | भूदार पुं १२८७ मुंड
जन्मवाचक शब्द बने छ | भूदेव पुं ८१२ ब्राह्मण भू स्त्री ९३५ पृथ्वी
भूधन पुं ४.(प) राजा भू स्त्री १५२५ रसातल, भूलोक । भूधर पुं १०२७ पर्वत भूकश्यप पुं २२३ विष्णुना पिता वासुदेव | भूधर पुं १८(प.) पर्वत भूघन न. ५६३ शरीर
भूध पुं. १०२७ पर्वत (भूच्छत्र) पुं १२०१ पोतानी मेळे उत्पन्न | भूनेत पुं ४(प.) राजा
थनार वनस्पतिकाय भूप पुं ६९० राजा भूच्छाया स्त्री १४६ अंधकार भूपति पुं ४ (प.) राजा (भूच्छाय) न. १४६ अंघकार 'भूपदी' स्त्री ११४८ मोगरो भूत पुं ९१ व्यंतर देव
भूपाल पुं ४(प.) राजा भूत पुं १४६२ समान, तुल्य
(भूपाले) पुं ६९० राजा भूत न. १४९० मेळवेलु
भूभुज् पुं ४(प.) राजा भूतग्राम पुं १४१४ प्राणीओनो समूह भूभृत् पुं १८(प.) पर्वत भूतज पुं १२५४ ऊंट
भूभृत् पुं ६८९ राजा भूतधात्री स्त्री ९३६ पृथ्वी
(भूभृत्) पुं १०२७ पर्वत (भूतनाथ) पुं १९९ शंकर | भूमत् पुं ५(प.) राजा