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.शब्दमाला . १४१
शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ- शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ तापिच्छ पुं ११४६ (शि. १०३) तमाल वृक्ष | तारक पुं ६९९ बीजो प्रतिवासुदेव तापिञ्छ पुं ११४६ तमाल वृक्ष तारका त्रि १०७ नक्षत्र, तारा 'तापिञ्ज' पुं ११४६ तमाल वृक्ष | (तारका) ५७५ आंखनी कीकी तापी स्त्री १०८४ तापी नदी (तारकान्तक) पुं २०९ कार्तिकेय ताप्य पुं १०५५ हीराकसी, माक्षिक धातु | | तारकारि पुं २०९ कातिकेय तामरस न. ११६१ कमळ
| तारजीवन न. १०४४ (शे. १६३) सोनुं तामलिप्त न. ९७९ तामलिप्ती नगरी तारा पुं स्त्री १०७ नक्षत्र, तारा तामलिप्ती स्त्री ९७९ तामलिप्ती नगरी तारा पुं स्त्री ५७५ आंखनी कीकी तामसी स्त्री १४३ (शे. १९) रात्रि | तारारि पुं १०५५ हीराकसी, माक्षिक धातु तामसी स्त्री २०५ (शे. ४०) पार्वती | तारुण्य न. ३३९ जुवानी, तरुणता तामसी स्त्री ३१३ (शे. ९०) निद्रा, ऊंघ | तार्किक पुं ८६३ दर्शनकार ताम्बूलकरङ्क पुं७१८ पानदानी, तांबूलपात्र | तार्क्ष्य पुं २३१ गरुड़ ताम्बूलवल्ली स्त्री ११५५ नागरवेल | तार्क्ष्य पुं १२३२ घोडो ताम्बूली स्त्री ११५५ नागरवेल ता_ध्वज पुं २१४ विष्णु ताम्र न. १०३९ तांबु
तार्क्ष्यशैल न. १०५३ रसांजन, रसवती - ताम्रकुट्टक पुं ९१० वासण घडनार, कंसारो दारु हळदरना क्वाथर्नु बनावेलु ताम्रचूड पुं १३२५ कुकडो ताल पुं २९२ काळ अने क्रियानुं परिमाण, ताम्रवृन्ता स्त्री ११७५ नानी कळथी |
अवाप ताम्रसार न. ६४२ रक्त चंदन
ताल पुं ५९६ पहोळी करेली आंगळीओ ताम्राक्ष पुं १३.२१ कोयल .
वाळो हाथ, हांथनो पंजो . तायिक पुं (ब.व.) ९५८ तर्जिक, ताल पुं५९५ अंगूठो मध्यमा सहित लंबावे । .. बुखारा पासेनो देश ।
तेटली लंबाई . तार न. १०४३ रु'
ताल न. १०५९ हरताल तार पुं. १४०२ मस्तकमांथी नकळतो ताल पुं ११३६ ताड
अवाज, उंचो स्वर तालक न. १००५ ताळु तार पुं १४०९ अत्यंत ऊंचो अवाज तालकाभ त्रि १३९५ लीलो पीळो मिश्रित तारक पुं ९२ ज्योतिषिक देव..
वर्ण, लीलो वर्ण