________________
अभिधानचिन्तामणिनाममाला... १३६. .
समर
शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ 'झिल्लका' स्त्री १२१६ तमरुं डयन न. १३१८ उडवू ते झिल्लिका स्त्री १२१६ तमरु, डाहल(ब.व.) पुं९५६ चेदी देश (पूर्वहिन्दुस्तान)
भमरा जेवं क्षुद्र प्राणी | डिङ्गर पुं ३६० नोकर, चाकर झिल्लीका स्त्री १२१६ तमरु, डिण्डिम पुं२९४ (शे. ८८) वार्जित्रनो एक भेद
भमरा जेवू क्षुद्र प्राणी | डिण्डीर पुं १०७७ समुद्र फेण । 'झीरिका' स्त्री १२१६ तमरुं
डिम पुं २८४ नाट्यनों एक प्रकार 'झीरुका' १२१६ स्त्री तमरुं डिम्ब पुं न. ८०३ लूट, खोटो कजियो .ट . .
डिम्भ पुं ३३८ बालक टक्क (ब.व.) पुं ९५९ वाहीकदेश 'डण्डुभ' पुं १३०५ झेर विनानो मोटो सर्प, टक पुं न. ९१९ पथ्थर तोडवानुं टांकणुं | बे मुखवाळो निर्विष सर्प, काबरचितरो सर्प टङ्कण पुं ९४४ टंकणखार
'डुली' स्त्री १३५३ काचबी टकन पुं ९४४ (शि. ८४) टंकणखार
•ढ. टङ्कपति पुं ७२३ (शि. ६२) रू', दीनार | ढक्का स्त्री २९३ डंको, यशनगारूं टट्टी स्त्री २९४ (शे. ८८) एक प्रकारचें वाजिंत्र | ढौंकन न. ७३७ दान, भेट, लांच 'टिटिभक' पुं १३३० टीटोडी
•त. टिट्टिभ पुं १३३० टीटोडी
तंवा स्त्री १२६६ गाय 'टिट्टिभक' पुं १३३० टीटोडी तक्र पुं न.. ४०९ पा भागना पाणीवाळु दहीं टीका स्त्री २५६ निरंतर व्याख्यान, सरळ | तक्रसार न. ४०८ माखण
अने कठिन शब्दनुं विवरण | तक्षक पुं १६०९ तक्षक नाग (लाल रंगनो टीटिभ पुं १३३० (शि. ११९) टीटोडी
मस्तके साथीयावाळो नाग)
तक्षणी स्त्री ९१८ वांसळो, कुहाडी डक्कारी स्त्री २९० (शे. ८३) चांडालनी वीणा | तक्षन् पुं ९१७ रथकार, सुथार डमर पुं ८०३ खोटो कजियो, लूंट तट त्रि. १०७८ तीर, कांठो, किनारो डमर न. ३०३ (शे. ८९) भयानक, भयंकर | तटाक पुं १०९४ (शि.. ९९) तळाव डमरुक न. २९४ (शे. ८४) डमरुं तटिनी स्त्री १०८० नदी डयन न. ७५३ चकडोल,
तडाक पुं. १०९४ (शि. ९९) तळाव स्त्रीओ माटे पडदावाळो रथ | तडाग पुं १०९४ तळाव