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अभिधानचिन्तामणिनाममाला • ८६ . . शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ | शब्द / लिंग / श्लोक / अर्थ (कुमुदतीश) पुं १०४ चंद्रमा कुरण्ड पुं ४७० अंडकोशनी वृद्धि कुमोदक पुं २१६ विष्णु, नारायण कुरण्डक पुं.११३५ (शि. १०१) कुम्बा स्त्री ८२४ यज्ञने फरती करेली . आसोपालव- झाड
अतिगहन वाड कुरर पुं १३३५ माछलानो नाश करनार कुम्भ पुं ३८ श्री मल्लिनाथ भगवानना
. कुरर पक्षी पितानुं नाम
कुररी स्त्री १२७७ घेटी (कुम्भ) पुं ४८ मल्लिनाथ भगवान्नुं लांछन | कुरु पुं ९४६ ५ देवकुरु अने ५ उत्तरकुरु कुम्भ पुं स्त्री १०१९ घडो ।
| कुरुक्षेत्र न. ९५० कुरुक्षेत्रनो बार योजन कुम्भ (द्वि.व.) पुं १२२६ हाथीना
सुधीनो भाग लमणानो भाग | कुरुण्टक पुं.११३५ (शि. १०१) (कुम्भ) पुं ११६ ११मी राशि
आसोपालव, झाड 'कुम्भ' पुं ११४२ गूगळनुं वृक्ष कुरुल पुं ५६९ ललाट उपरना लटकता वाळ कुम्भकार पुं ९१६ कुंभार .
कुरुविन्द न. १०६१ हिंगळो कुम्भकारकुक्कुट पुं १३४२ रानी कुकडो । | कुरुविन्द पुं ११९३ मोथ कुम्भदासी स्त्री ५३४ (शे. ११४) दासी। | कुरुविस्त पुं ८८४ एक सुवर्ण पल कुम्भशाला स्त्री ९९९ कुंभारनो निभाडो | कुकुर पुं १२७९ कूतरो कुम्भिन् पुं १२१७ हाथी
कुर्पर पुं-५९० (शि. ४७) कोणी कुम्भिन् पुं १३४९ मगरमच्छ कुल न. ५०३ कुळ, वंश कुम्भी स्त्री १०१९ थाळी, तपेली कुल न. ९९० घर कुम्भीनस पुं १३०४ सर्प, नाग कुल न. १४१३ सजातीय प्राणीओनो कुम्भीर पुं १३४९ मगरमच्छ
समुदाय कुरङ्कर पुं १३२८ सारस पक्षी | कुलक पुं ४८५ (शि. ३६) कुलवान कुरङ्ग पुं १२९३ हरण
कुलटा स्त्री ५२९ असती, कुलटा कुरचिल्ल पुं १३५२ करचलो, जलजन्तु कुलत्थ पुं ११७५ कळथी कुरण्ट पुं १२०० अग्रबीज वनस्पति । | कुलस्थिका स्त्री १०६२ काळो सुरमो कुरण्टक ११३५ पीळो बाणपुष्प, | कुलस्थिका स्त्री ११७५ नानी कळथी
___आसोपालवनुं झाड़ । कुलदेवता स्त्री २०५ (शे. ६०) पार्वती