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६७३४. समयसुन्दरोपाध्याय / सकलचन्द्रगणि, पार्श्वनाथ स्तवन-स्तम्भनपुर, गीत स्तवन, राजस्थानी,
१७वीं, 'आदि-सदा सयल सुख जाणी संपदा हेतु जाणी... गा. ७', मु., समयसुन्दर कृति
कुसुमाञ्जलि, पृ. १५७ ६७३५. समयसुन्दरोपाध्याय / सकलचन्द्रगणि, पार्श्वनाथ स्तवन-स्तम्भनपुर, गीत स्तवन, राजस्थानी,
१७वीं, 'आदि-सफल भयउ नरजन्म... गा. ५', मु., समयसुन्दर कृति कुसुमाञ्जलि, पृ. १५८ ६७३६. समयसुन्दरोपाध्याय / सकलचन्द्रगणि, पौषधविधि गीत, गीत स्तवन, राजस्थानी, १६६७
___ मरोट, 'आदि-जैसलमेर नगर भलौ... गा. २८', मु., समयसुन्दर कृति कुसुमाञ्जलि, पृ. ५९४ ६७३७. समयसुन्दरोपाध्याय / सकलचन्द्रगणि, प्रबोध गीत, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं, आदि
साझा थकां सहु ध्रम करउ... गा. ५', मु., समयसुन्दर कृति कुसुमाञ्जलि, पृ. ६२८ ६७३८. समयसुन्दरोपाध्याय / सकलचन्द्रगणि, प्रमाद त्याग गीत, गीत स्तवन, राजस्थानी,
१७वीं, आदि-जागो रे जागो रे भाई प्रभात थयौ... गा. ५', मु., समयसुन्दर कृति कुसुमाञ्जलि,
पृ. ४२८ ६७३९. समयसुन्दरोपाध्याय / सकलचन्द्रगणि, प्रमाद त्याग गीत, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं,
'आदि-प्रातः भयउ प्रातः भयउ... गा. ५', मु., समयसुन्दर कृति कुसुमाञ्जलि, पृ. ४२८ ६७४०. समयसुन्दरोपाध्याय / सकलचन्द्रगणि, प्रसन्न चन्द्र राजर्षि गीत , गीत स्तवन, राजस्थानी,
१७वीं, आदि-मारग मई मुझनइ मिल्यउ... गा.५', मु., समयसुन्दर कृति कुसुमाञ्जलि, पृ. २८६ ६७४१. समयसुन्दरोपाध्याय / सकलचन्द्रगणि, प्रसन्न चन्द्र राजर्षि गीत , गीत स्तवन, राजस्थानी,
. १७वीं, 'आदि-प्रसन्नचंद प्रणमुं तुम्हारा... गा. ६', मु., समयसुन्दर कृति कुसुमाञ्जलि, पृ. २८७ ६७४२. समयसुन्दरोपाध्याय / सकलचन्द्रगणि, प्रीति दोहा, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं, 'आदि
कागद थोड़ो हेत घणउ... गा. ४', मु., समयसुन्दर कृति कुसुमाञ्जलि, पृ. ४५५ ६७४३. समयसुन्दरोपाध्याय / सकलचन्द्रगणि, फुटकर सवैया, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं,
___ 'आदि-दीक्षा ले सुधी पाली जइ... गा. ३', मु., समयसुन्दर कृति कुसुमाञ्जलि, पृ. ४५७ ६७४४. समयसुन्दरोपाध्याय / सकलचन्द्रगणि, बारह भावना गीत, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं,
'आदि-भावना मन बार भावउ... गा. १५', मु., समयसुन्दर कृति कुसुमाञ्जलि, पृ. ४५९ ६७४५. समयसुन्दरोपाध्याय / सकलचन्द्रगणि, बाहुबली गीत, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं,
'आदि-तखिशिला नगरी रिषभ समोसस्या रे... गा. ४', मु., समयसुन्दर कृति कुसुमाञ्जलि,
पृ. २८८ ६७४६. समयसुन्दरोपाध्याय / सकलचन्द्रगणि, बाहुबली गीत, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं,
'आदि-राज तणा अति लोभिया... गा. ७', मु., समयसुन्दर कृति कुसुमाञ्जलि, पृ. २८९ ६७४७. समयसुन्दरोपाध्याय / सकलचन्द्रगणि, बीकानेर चौवीसटा चिंतामणि आदिनाथ स्तवन,
गीत स्तवन, राजस्थानी, १६८३, आदि-भाव भगति मन आणी घणी... गा. १५', मु., समयसुन्दर कृति कुसुमाञ्जलि, पृ. ८३
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