SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 533
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ ६३४३. शिवचन्द्रोपाध्याय / पुण्यशीलगणि, पार्श्वनाथ स्तवन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १९वीं, ___ 'आदि-मेरौ मनरौ हर्यो प्रभु पास सांवरे... गा. ५', अ., ह. रा.प्रा.वि.प्र., जोधपुर २६८८२ ६३४४. शिवचन्द्रोपाध्याय / पुण्यशीलगणि, पार्श्वनाथ स्तवन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १९वीं, 'आदिहां रे सामि मेरा वामानन्दन वालहा... गा. ५', अ., ह. रा.प्रा.वि.प्र., जोधपुर २६८८२ ६३४५. शिवचन्द्रोपाध्याय / पुण्यशीलगणि, पार्श्वजिन स्तवन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १९वीं, अ., ___ ह. खरतरगच्छ ज्ञान भं., जयपुर ६३४६. शिवचन्द्रोपाध्याय / पुण्यशीलगणि, पार्श्वनाथ स्तुति, गीत स्तवन, राजस्थानी, १९वीं, _ 'आदि-सुनीयो सुनीयो सुगुण लोक... गा. ५', अ., ह. रा.प्रा.वि.प्र., जोधपुर २६८८२ । ६३४७. शिवचन्द्रोपाध्याय / पुण्यशीलगणि, भगवती सूत्र सज्झाय, सज्झाय, राजस्थानी, १९वीं, ___ 'आदि-अमृत परमाणंद रे बागीश्वरी... गा. ८', अ., ह. रा.प्रा.वि.प्र., जोधपुर २६८८२ ६३४८. शिवचन्द्रोपाध्याय / पुण्यशीलगणि, भगवती सूत्र सज्झाय, सज्झाय, राजस्थानी, १९वीं, _ 'आदि-सहु आगम मै सोभतौ रे... गा. ८', अ., ह. विनय. प्रतिलिपि ६३४९. शिवचन्द्रोपाध्याय / पुण्यशीलगणि, शील सज्झाय, सज्झाय, राजस्थानी, १९वीं, अ., ह. क्षमाकल्याण संग्रह, बीकानेर ६३५०. शिवचन्द्रोपाध्याय / पुण्यशीलगणि, सम्मेतशिखर पार्श्वनाथ स्तवन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १९वीं 'आदि-गिरिवर शिखर प्रदक्षिण फिरतां...'. अ.. ह. रा.प्रा.वि.प्र., जोधपर २६८८२ ६३५१. शिवचन्द्रोपाध्याय / पुण्यशीलगणि, सम्मेतशिखर पार्श्वनाथ लावणी, गीत स्तवन, राजस्थानी, १९वीं, 'आदि-वारी जाऊंरे ए गिरिमहि राजा... गा.७', अ., ह. रा.प्रा.वि.प्र., जोधपुर २६८८२ ६३५२. शिवचन्द्रोपाध्याय / पुण्यशीलगणि, सहस्रफणा पार्श्वनाथ स्तवन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १९वीं, आदि-करण दोय इक बालधीरे... गा. १३', अ., ह. विनय. प्रतिलिपि, रा.प्रा.वि.प्र., जोधपुर २६८८२ ६३५३. शिवचन्द्रोपाध्याय / पुण्यशीलगणि, सिद्धचक्र स्तवन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १९वीं, 'आदि-कृपानिधि वीनती अवधारौ... गा. ९', अ., ह. रा.प्रा.वि.प्र., जोधपुर २६८८२ ६३५४. शिवचन्द्रोपाध्याय / पुण्यशीलगणि, सिद्धचक्र स्तवन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १९वीं, _ 'आदि-सोभागी जयकार नवपद वंदो रे... गा.७', अ., ह. रा.प्रा.वि.प्र., जोधपुर २६८८२ ६३५५. शिवचन्द्रोपाध्याय / पुण्यशीलगणि, सिद्ध पद स्तवन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १८८९ - जैसलमेर, 'आदि–सिद्ध परम पद वंदौ रे लाला... गा. ७७', अ., ह. विनय. प्रतिलिपि ६३५६. शिवचन्द्रोपाध्याय / पुण्यशीलगणि, सीमंधर स्तवन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १९वीं, 'आदि-श्री सीमंधर जिनवर साहिब हो... गा. १५', अ., ह. रा.प्रा.वि.प्र., जोधपुर २६८८२ ६३५७. शिवचन्द्रोपाध्याय / पुण्यशीलगणि, सीमंधर जिन स्तवन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १९वीं, आदि सयल जंतु सुखकारिणी... गा. ५', अ., ह. विनय. प्रतिलिपि, हरिसागरसूरि ज्ञान भं., पालीताणा 463 खरतरगच्छ साहित्य कोश For Personal & Private Use Only Jain Education International www.jainelibrary.org
SR No.016106
Book TitleKhartargaccha Sahitya Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVinaysagar
PublisherPrakrit Bharti Academy
Publication Year2006
Total Pages692
LanguageHindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size14 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy