SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 445
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ ५१३९. देवचन्द्र उ० / दीपचन्द्र उ०, साधुगुण सज्झाय, सज्झाय, राजस्थानी, १८वीं, 'आदि-जगत में सदा सुखी मुनिराज... गा. ४', मु., श्रीमद् देवचन्द्र, अध्यात्म ज्ञान प्रसारक मण्डल, पादरा ५१४०. देवचन्द्र उ० / दीपचन्द्र उ०, साधुपद स्वाध्याय, स्वाध्याय, राजस्थानी, १८वीं, 'आदि साधक साधज्यो रे निज सत्ता... गा. १३', मु., श्रीमद् देवचन्द्र, अध्यात्म ज्ञान प्रसारक मण्डल, पादरा ५१४१. देवचन्द्र उ० / दीपचन्द्र उ०, सिद्धाचल चैत्य परिपाटी स्तवन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १८वीं, 'आदि-शेव्रुज गिरि भेटीये... गा. २१', मु., श्रीमद् देवचन्द्र, अध्यात्म ज्ञान प्रसारक मण्डल, पादरा ५१४२. देवचन्द्र उ० / दीपचन्द्र उ०, सिद्धाचल स्तवन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १८०४, 'आदि चालो चालोने राज... गा. ८', मु., श्रीमद् देवचन्द्र, अध्यात्म ज्ञान प्रसारक मण्डल, पादरा ५१४३. देवचन्द्र उ० / दीपचन्द्र उ०, सिद्धाचल स्तवन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १८वीं, 'आदि ___ चालो सखि जिन वंदन... गा. ६', मु., श्रीमद् देवचन्द्र, अध्यात्म ज्ञान प्रसारक मण्डल, पादरा ५१४४. देवचन्द्र उ० / दीपचन्द्र उ०, सिद्धाचल स्तवन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १८वीं, 'आदि-धन धन मुनिवर जे संजमवर्याजी... गा. ११', मु., श्रीमद् देवचन्द्र, अध्यात्म ज्ञान प्रसारक मण्डल, पादरा ५१४५. देवचन्द्र उ० / दीपचन्द्र उ०, सिद्धाचल स्तुति, स्तुति, राजस्थानी, १८वीं, 'आदि विमलाचलमण्डण जिनवर आदि जीणंद... गा. ४', मु., श्रीमद् देवचन्द्र, अध्यात्म ज्ञान : प्रसारक मण्डल, पादरा ५१४६. देवचन्द्र उ० / दीपचन्द्र उ०, सीमंधर जिन स्तवन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १८वीं, आदि प्रभुनाथ तुं तियलोकनो... गा. २१', मु., श्रीमद् देवचन्द्र, अध्यात्म ज्ञान प्रसारक मण्डल, पादरा ५१४७. देवचन्द्र उ० / दीपचन्द्र उ०, हीयाली आदि, गीत स्तवन, राजस्थानी; १८वीं, मु., श्रीमद देवचन्द्र, अध्यात्म ज्ञान प्रसारक मण्डल, पादरा ५१४८. देवचन्द्र उ० / दीपचन्द्र उ०, होरी पद, गीत स्तवन, राजस्थानी, १८वीं, 'आदि-अजितनाथ - चरण तोरे... गा. ३', मु., श्रीमद् देवचन्द्र, अध्यात्म ज्ञान प्रसारक मण्डल, पादरा ५१४९. देवभद्रसूरि / जिनचन्द्रसूरि बेगड़, चौवीस जिन स्तवन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १८वीं, 'आदि–एक मना समरुं सरसति... गा. २६', अ., ह. जिनभद्रसूरि ज्ञान भं., जैसलमेर, गुटका नं. ४१७ ५१५०. देवहर्ष / भानुचन्द्र, सिद्धाचल छन्द, गीत स्तवन, राजस्थानी, १९वीं, अ., ह. अभय ग्र. बीकानेर . ५१५१. देवीदास, समयसुन्दर गीत, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं, 'आदि-समयसुन्दर वाणारस वंदिये... गा. ७', मु., ऐतिहासिक जैन काव्य संग्रह, पृ. १४७ खरतरगच्छ साहित्य कोश 375 Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016106
Book TitleKhartargaccha Sahitya Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVinaysagar
PublisherPrakrit Bharti Academy
Publication Year2006
Total Pages692
LanguageHindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size14 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy