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३८००. चन्द्रप्रभसागर म. / जिनकान्तिसागरसूरि, गुरुदेव स्तवन, गीत स्तवन, हिन्दी, २१वीं,
'आदि-अमृत की वर्षा... गा. ४', मु., दादागुरु भजनावली, पृ. ४९४ ३८०१. चन्द्रप्रभसागर म. / जिनकान्तिसागरसूरि, गुरुदेव स्तवन, गीत स्तवन, हिन्दी, २१वीं,
_ 'आदि-केसरिया केसरिया... गा. ५', मु., दादागुरु भजनावली, पृ. ४९४ । ३८०२. चन्द्रप्रभसागर म. / जिनकान्तिसागरसूरि, गुरुदेव स्तवन, गीत स्तवन, हिन्दी, २१वीं,
___'आदि-गुरुओं की महिमा... गा. ४', मु., दादागुरु भजनावली, पृ. ४९५ ३८०३. चन्द्रप्रभसागर म. / जिनकान्तिसागरसूरि, गुरुदेव स्तवन, गीत स्तवन, हिन्दी, २१वीं,
'आदि-दर्शन दो गुरुदेव... गा. ३', मु., दादागुरु भजनावली, पृ. ४९६ ३८०४. चन्द्रप्रभसागर म. / जिनकान्तिसागरसूरि, गुरुदेव स्तवन, गीत स्तवन, हिन्दी, २१वीं,
'आदि-दादा गुरु तेरे... गा. ४', मु., दादागुरु भजनावली, पृ. ४९६ ३८०५. चन्द्रप्रभसागर म. / जिनकान्तिसागरसूरि, गुरुदेव स्तवन, गीत स्तवन, हिन्दी, २१वीं,
_ 'आदि-भीगे है नयन... गा. ३', मु., दादागुरु भजनावली, पृ. ४९७ ३८०६. चन्द्रप्रभसागर म. / जिनकान्तिसागरसूरि, गुरुदेव स्तवन, गीत स्तवन, हिन्दी, २१वीं,
'आदि-श्री सद्गुरुवर... गा.७', मु., दादागुरु भजनावली, पृ. ४९८ ३८०७. चन्द्रप्रभसागर म. / जिनकान्तिसागरसूरि, जिनकुशलसूरि स्तवन, गीत स्तवन, हिन्दी,
२१वीं, 'आदि-गहराये भंवर... गा.७', मु., दादागुरु भजनावली, पृ. २४६ ३८०८. चन्द्रप्रभसागर म. / जिनकान्तिसागरसूरि, दादा द्वय स्तवन, गीत स्तवन, हिन्दी, २१वीं,
- 'आदि-रुन झून झूम... गा. ५', मु., दादागुरु भजनावली, पृ. ४६१ ३८०९. चन्द्रप्रभसागर म. / जिनकान्तिसागरसूरि, यु. जिनचन्द्रसूरि स्तवन, गीत स्तवन, हिन्दी,
२१वीं, आदि-चन्द्रसूरि गुरु... गा. ५', मु., दादागुरु भजनावली, पृ. ४२३ । ३८१०. चन्द्रयशाश्री, चतुर्दादा स्तवन, गीत स्तवन, हिन्दी, २१वीं, 'आदि-दादा अन्तरयामी... गा. ५',
___मु., दादागुरु भजनावली, पृ. ४८१ ३८११. चरण प्रमोद, पार्श्वनाथ महिमा स्तवन, गीत स्तवन, राजस्थानी, अ., ह. रा.प्रा.वि.प्र.,
जोधपुर
३८१२. चारित्र, चतुर्दादा स्तवन, गीत स्तवन, हिन्दी, २१वीं, 'आदि-दया कर दरस... गा. ५', मु.,
दादागुरु भजनावली, पृ. ४८२ ३८१३. चारित्रनन्दन / युक्तिमाणिक्य गणि पौत्र, जिनचन्द्रसूरि गीत (जिनलाभीय), गीत स्तवन, ... राजस्थानी, १८५०, आदि-जिनचन्द्रसूरि गुरु वंदियै जी राज... गा. ९', मु., ऐतिहासिक जैन
काव्य संग्रह २९७ ३८१४. चारित्रनन्दी / नवनिधि, नवपद चैत्यनंदन स्तवन स्तुति, गीत स्तवनं, राजस्थानी, २०वीं,
मु., हरिसागरसूरि ज्ञान भं., पालीताणा
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