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महाभारत कार्य
म. विनयसागरजी के पत्र से 'खरतरगच्छ। साहित्य कोश' के बारे में कुछ जानकारी प्राप्त
७५०० कृतियों के बारे में परिचय देना अपने आप में एक महाभारत कार्य है।
V मोहनलाल देसाई ने जैन गुर्जर कविओ' में एक असाधारण कार्य किया। हीरालाल कापड़िया ने संस्कृत एवं प्राकृत साहित्य का
इतिहास लिखा । (इन ग्रन्थों का अब पुनर्मुद्रण भी | नई सामग्री जोड़कर किया गया है।
इस प्रकार के शकवर्ती कार्य बहुत कम । दिखाई देते हैं। श्री विनयसागरजी के इस कार्य
से खरतरगच्छ के अनेकानेक ग्रंथों के बारे में एक ही स्थल पर जानकारी मिल जाएगी। इससे विद्वज्जन लाभान्वित होंगे। ऐसे सर्वग्राही कार्य आगे भी होते रहें यही कामना।
भीलडीयाजी
आ. मुनिचन्द्रसूरि
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