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सुनिचित आगम शब्दकोश
सुप्पणिहित सुनिचित [सुनिचित] पण्हा० ४१७
सुपरिकम्मत राय [सुपरिकर्मत रक] भ० ६।४ । सुनिपुण [सुनिपुण] पण्हा० ५।५
सुपरिकम्मिय [सुपरिकम्मित ] नाया० १७।१०, १२, सुनिम्मल [सुनिर्मल] पण्हा० १०।११
१७, १६ सनिम्मिय [सुनिर्मित ] भ० ११।१३३. पण्हा० ६।३।२ सुपरिजाणियव्व [सुपरिज्ञातव्य] सू० २।२।१५ सुनिव्व त [सुनिवृत] नाया० १।५।२१. अणु० ३।१६ सुपरिणिट्रिय [सुपरिनिष्ठित ] नाया० १।८।१३६ सुनिव्वय [सुनिर्वृत ] भ० १२।८. नाया० १३१।५६ सुपरिणात [सुपरिज्ञात] ठा० ५।१३, १५ सुनिसित सुनिशित | पहा पण्डा० १२३; ३५ सपरिणाय [सुपरिज्ञ
आ०६।११२ सुन्न [शून्य] भ० ६।१६८. नाया० १।१।१०५. अंत० सपरिनिद्विय | सुपरिनिष्ठित] भ० २।२४; १।१३७;
११११८६; १५५४५; १८।२०४. नाया० १।१६।४. सुन्नकाल [शून्यकाल ] भ० १११०४, १०६ से १०८,
___अंत० ३।५५ ११०
सुपरिव्वय [सु+परि+वज्] -सुपरिव्वएज्जा, सू० सुन्नघर [शून्यगृह] नाया० ११२।११, २८. पण्हा०३।६
१।१०।१ सुन्नागार [शून्यागार] आ० ८।२१,२३.पण्हा० १०।११ सपरिसद्ध[सुपरिशुद्ध] भ० ७।२५. पण्हा० ६७;१०।८ सुपइट्ट [सुप्रतिष्ठ] अंत० ६।२, ६६. पण्हा० ४।८.विवा०
सुपस्स [सुदर्श] ठा० ४।४६६; ५॥३३ __१९७, १९, २०, २२
सुपास [सुपार्श्व] आ• चू० १५।१६. ठा० ७।६१।१; सुपइट्ठग [सुप्रतिष्ठक] भ० ७।३; १११६८
६।६०.सम०२३।३, ४, २४।१; ८६।२;६५।१; प्र० सुपइट्टपुर [सुप्रतिष्ठपुर] विवा० १।१७०
४, २१६।१, २२२, २४८१४, २५१११, २५२।१, सुपइट्टाभ [सुप्रतिष्ठाभ] ठा० ८।४५. सम० ८।१५.
२५८।५. भ० २०६७ _भ० ६।१०६
सुपासा [सुपाश्र्वा] ठा० ६।६१ सुपइद्विय [सुप्रतिष्ठित ] भ०१३।६०. नाया० १।८।६१. सुपिवासिय [सुपिपासित] सू० १।३।५ पण्हा०४७
सुपीय [सुपीत] सम० ३०१३ सुपउत्त[सुप्रयुक्त ] नाया० १।८।४५; १।१४।४ ।।
सुपुंख[सुपुङ्ख] सम० १२।१७ सुपच्च क्खाइ [सुप्रत्याख्यायिन् ] भ० ७।२८
सुपुंड [सुपुण्ड्र] सम० १२।१७ सुपच्चक्खाय[सुप्रत्याख्यात] सू० २।७।१०, १६, २० सपुण्ण [सुपुन्य] अणु० ३।५८ से २६. भ० ७।२७, २८
सुपुप्फ [सुपुष्प] सम० २०१४ सपच्चक्खाविय सुप्रत्याख्यायित] सू० २।७।१०। सुप्प [सूर्प] सू० १।४।४३. उवा० २।२१. पण्हा० १।१७ सुपडिबद्ध [सुप्रतिबद्ध] आ० ५।३४
सुप्पउत्त [सुप्रयुक्त ] नाया० १।१।१६. विवा०१।४।६; सुपडिलेहिय [सुप्रतिलिखित ] आ० ४।२०; ५।११६;
१६।३
सुप्पडिताणंद [सुप्रत्यानन्द] ठा० ४।४५७ सुपणिहिय [सुप्रणिहित ] आ० ६।३५. पण्हा० ८।१४ सप्पडियाणंद [सुप्रत्यानन्द] सू० २।२।६३, ७१; सुपण्णत्त [सुप्रज्ञप्त] आ० ८।८. सू० २।१।१५, २५, २७।२३,२४ ३४, ४१
सुप्पडियार [सुप्रतिकार] ठा० ३।८७ सुपतिट्ठिय [सुप्रतिष्ठित ] पण्हा० ७।१
सुप्पणह [सूर्पनख] नाया० १८७२ सुपम्ह [सुपक्ष्मन् ] ठा० २।३४०; ८७१. सम० ६।१७ सुप्पणिहाण [सुप्रणिधान] ठा०३।६७, ९८; ४११०५. सुपरक्कंत [सुपराक्रान्त] भ० ३।३३, १०२, ११।५६; भ०१८।१३०,१३१ १३।६८. नाया० १११६।११३
सुप्पणिहित [सुप्रणिहत] पण्हा० ६।१२
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