________________
अधर -- आगम शब्दकोश
अन्निज्जमाण ४११,५०६
अनिठुर [अनिष्ठुर] आ० चू० ४।११, २२ अधर [अधर] उवा० २।२८. पण्हा० ३।५; ४१७, ८; अनिण्हवमाण [अनिताण] नाया० १।११४८ ६. विवा० ११२।१४
अनिदा [अनिदा] भ० १९६२ अधरिम [अधार्य] भ० ११।१५१. नाया० ११११७८.. अनिदाय [अनिदाक] भ० १९६३ विवा० १।३।५२
अनियट्रिबायर [अनिवत्तिबादर] सम० १४१५ अधवा [अथवा] सू० १।११।१७
अनियाण [अनिदान] भ० २।५५, ६५ अधा अधस् ] ठा० ६।३७ से ३६
अनिरुद्ध [अनिरुद्ध] नाया० १।१६।१८५. पण्हा० ४।५ अधारणिज्ज [अधारणीय ] आ० चू० ५।२६; ६।३०. अनिल [अनिल] भ० ५।१।१; ७।११७. पण्हा० १०।११
भ० ७।२०३, २०४. नाया० १११७८; १८१६६; अनिवारिय [अनिवारित ] नाया० १११६।११६ १।१३।४२; १।१६।२१, २५३, २६०. विवा० १।३। अनिव्वुइ [अनिवृत्ति] पण्हा० ३९ ५०, ५२
अनिय [अनिहत ] पाहा० ४।५ अधिकरण [अधिकरण] ठा० ६।१. सम० २०।१. भ० अनिहुत [अनिभृत] पण्हा ० ३।२३ १६।१, ८ से १०,१५, २० से २६
अनीहारिम [अनिर्यि, अनिभरि] भ० २।४६; अधिकरणकिरिया [अधिकरणक्रिया] पण्हा० २।१२ १३।१४४, १४५ अधिकरणसाला [अधिकरणशाला] भ० १६।७ अनुत्तरोववाइयदता [अनुतरोपपातिकदशा] भ० अधिकरणि [अधिकरणि] ठा० ५।१६७; ८।६१ २०७६ अधिकरणिखोडि [दे०] भ० १६७
अनुदिण्ण [अनुदीर्ण] भा० ११५४, ५७, १४८, १४९, अधिकरणी [अधिकरणी] भ० १६१७ से ६, २० से २३, १५२, १५३, १५६, १६० २५, २६
अनेग [अनेक] भ० २।११२; ३।११२; ६।१५६; अधिकरणीय [अधिकरणिक] आ० चू० १५१४५, ४६ ७१७२; ६।१४६, १६३, १७०, १७१, १६१, २४७%; अधिगरण [अधिकरण] ठा० ८।१
११११, ४२, ४४, ४७, ४६, ५१, ५३, ५५, ६१, अधिट्टा [ अधिष्ठा ] -अधिट्ठिज्जा, ठा० ५।१०३ १५१, १५७; १३।११५; १४।४४; १५२१८६ अधियासह [अधि- आस्]-अधियासए, सू०१।२।३७ १८१४८, २१६, २२०; २०।१४ से १८ अधीत [अधीत ] पण्हा० ६६
अनेरइय [अनैरथिक] भ० ४।७; ६।१७५, १७६, १८१ अधुव [अध्रुव] आ० ५।२६ ; ८।५. आ० चू० ४।२; अन्न [अन्य] भ० ८।२४२
५।२६; ६।३०. भ०६।१७०, १७६. नाया० १।१। अन्न [अन्न] आ० चू० १।१०५. नाया० १।१४।७६;
१०७, १०६; १८४८, ६१. अंत० ३।६६, ७६. १।१६।१५, १।१७।१६. पण्हा० ३18 - . पण्हा० ३।२४; ५।४
अन्नउत्थिय [अन्य यूथिक] भ० २।११२ अधे [अवस्] ठा० ३।४६५
अन्न गिलाय [अन्तग्लाय ] आ० ६।४।६. भ. १६।५१, अधेलोग [अधोलोक] ठा० ५।१६६
५२ अधेसत्तमा [अधःसप्तमी] ठा० ७१७४
अन्नजंभग [अन्नजं भक] भ० १४।११६ अधो [अधस् ] सू० १।१७३
अन्नत्तो [अन्यतस्] नाया० १।६।५४।३ अनिंद [अनिद्र] सम० २४१३
अन्नत्थ [अन्यत्र] आ० चू० १।१२४. नाया० १।११५३. अनिग्गय [अनिर्गत] भ० १४।६, १०, १३
उवा० ११२७ अनिज्जिष्ण [अनिर्जीर्ण] भ० ६।२२८
अन्नहा [अन्यथा] नाया० १।३।३५।५ अनिट्ठ [अनिष्ट] पण्हा० ३।२३
अन्निज्जमाण [अन्वीयमान] नाया० १।१६।२६, ७२
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org