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विण्णय
आगम शब्दकोश
वित्तत्थ
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१७०; १५।१६.नाया० १।१।२०, २६; १।३।२६; विततपक्खि [विततपक्षिन् ] सू०२।३।८१.ठा० ४१५५१. १।८।३८; १।१३।३३; १।१४।२२; १।१६।३७, पहा० १६
विततबंधण [विततबन्धन] पण्हा ० ३।१२ विण्णय [विनयित] विवा० १।१।७०; ११२।७१; वितत्य [वित्रस्त ठा० २।३२५
११४१३५, ३६; ११५।२०; १।६।२६; ११८।१५; वितत्था [वितस्ता] ठा० ५।२३१ ;१०।२५ ११६।३४ .
वितद्द[वितर्द] आ० ६।६२ विण्णव | विज्ञापय ] —विण्णवेंति,आ० चू० २।५५ वितह [वितथ] आ०२।७२; ८।८।१७. सू० १।१४।२३ विण्णवण्ण[विज्ञापन] नाया०१।११११२,११४; १।५।१६; वितिकिच्छित [विचिकित्सित] भ० १।१७० १।१६।१८
वितिकिण्ण [व्यतिकीर्ण] भ० ११५० ; ३।४, ५, १६४से विण्णवणट्ठणा [ विज्ञापनार्थ ] ठा० ५।१०२
१६६; १३।१५० विण्णवणा [विज्ञापना] सू० १।२।५६ ; १।३।७०,७१,७२. वितिक्कंत [व्यतिक्रान्त] भ० ११४४२, ४४३
भ०६।१७७, १७६. उवा० ७।५३. अंत० ३।७२, ७७; वितिगिछ [वि+चिकित्स] - वितिगिछइ,सू०२।२।२६ ६।३८, ६५
से ३० विण्णवित्तए [विज्ञापयितुम् ] नाया०१।१।११२. अंत० वितिगिछा [विचिकित्सा] सू०१।३।४४.नाया० १।३।२१, ३७२. विवा० १।३।३६
२४ विण्णवेत्तए[विज्ञापयितुम् ] भ० ६।१७७ वितिगिछिय [विचिकित्सित] नाया० १।८।१४५ विण्णाण [विज्ञान] आ०४।१३.ठा० ३।४१८.भ०२।१११, वितिगिच्छ [वि+चिकित्स्] -वितिगिच्छामि, ठा०
१११११; ६।१७१, १११११३४.नाया०१।१।२०.उवा० ४।२६४ ७१५०
वितिगिच्छा [विचिकित्सा] आ० ३।५४; ५।६३. सू० विण्णाय [विज्ञात] आ० ४।६, २०, ५१०४. आ० चू० १ ।१०।३।१।१२।२;१।१४।६; १।१५।२.ठा०३।५०८ से
३।१; १५।१५. सू० २।११६०; २।२।४४, २१४७; ५१०.उवा० ११३१, ७६, ८०,६।२४, २८ २१७३४. सम०प्र० ८६ से १६, १३१. भ० १११६०, वितिगिच्छित [विचिकित्सित] ठा० ३१५२३ ; ४।४५० ४२६; ७१७३, १८२; १६।१५; २०।७. नाया० वितिगिछिय [विचिकित्सित] भ०२।२७, २६;१०।४६; १।१६।२८६. अंत० ३।१०८. पण्हा०६।६।
१०८४,१६४ विण्णाय [विज्ञाय] आ० ८।८।७. सू० २।६।३१ वितिमिर [वितिमिर] ठा०६।७२.सम०प्र० १४४,१५०. विण्णायधम्म [विज्ञातधर्म] भ० ८।४५०
भ० ६२०८. नाया० १११।१४३; शमा२८ विण्ण [विज्ञ] आ० ४।२७.आ०चू०१६।१,२. सू०१।१।६; वितिमिरतर [वितिमिरतर] भ० ८।१८५
२।१।५१; २।२।२, ३५. ठा० १।३२. भ०२।१४, १५; । वितिमिरतराय [वितिमिरतरक] भ० ८।१८७ । २०१७
वितिमिस्स [व्यतिमिस्र] आ० ६।१।६ विण्हावणक [विस्नापनक] पहा०२।१३
वितिरिच्छ [वितिर्यच् ] भ०३।११२ विण्ह [विष्णु] ठा०२।३२४. सम०प्र०२२०।२; २२१।१०. वित्त [वृत्त ] आ०५।३२. सू० १।१।५; १।२।२२, ७०; अंत० ११६, २६
१६।४,७; १।१०।१६; ११४।४, १५; २।६।२२; विण्हमय [विष्णुमय] पण्हा०२।६ वितत [वितत] आ० चू० ११११; १५।२८।१७. ठा० वित्त [वित्त] ठा०७।४८,४६.सम०३०।१।१५. भ०६।१३७
२।२१५, २१७, ३२५; ४।६३२. भ०५।६४. नाया० नाया० ११३८; ११७. उवा० ११११ ११८७०. पण्हा० १११८
वित्तत्थ [वित्रस्त] नाया० १।६।१०
२।७।३
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