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पाउ
अंगसुत्ताणि शब्दसूची
पाउस
६५; २१५४, ३।५१,४।५१, ५२५१, ६।३६७।१२; -पाउब्भवउ, नाया० १।१२।४५. -पाउब्भवंति,भ० ८।३६, ६।२४; १०१२४. विवा० ११७।१६
१५॥१२७. नाया० ११५४६१.--पाउब्भवति,भ०३।६६. पाउ [पायु] ठा०६।२४
-पाउब्भवह, भ०१८।४७. नाया० ११श६१.-पाउपाउं [प्रादुस्] सू० १।१३।१
ब्भवामि, ठा० ३।३६२.भ० १८।२०५.नाया०१८७६. पाउं [पातुम्] आ० ११५६. आ० चू० १॥३२. पण्हा० -----पाउब्भवामो,भ०३।१३१.नाया०१।५।६६.-पाउ५।१०।४
भवित्था, भ०१५॥३. नाया०१।१।३३. उवा०४।२०. पाउकर [प्रादुस्+कृ] -पाउकुज्जा, सू० १।१२।१६. –पाउन्भवेइ, नाया० श८।४२ –पादरकासि, सू० १।२।२६
पाउब्भवमाण [पादुर्भवत् ] नाया० १।५।१६, २८, ६२ पाउकर [प्रादुष्कर] सू० १।१५।२५
पाउन्भवित्तए [प्रादुर्भवितुम्] भ० ३।५६. नाया० पाउकरण [प्रादुष्करण] पण्हा० १०७
११११५६ पाउकाम [पातुकाम] नाया० १।१८।३६ पाउभवित्ता [प्रादुर्भूय] उवा० १७४ पाउकुव्व [प्रादुष्कुर्वत्] सू० २।६।११
पाउन्भाव [प्रादुर्भाव] सम० ३४।१; प्र० ६७ पाउग्ग [प्रायोग्य] नाया०१।१।१२५, १२६; १।८।६६; पाउन्भूय [प्रादुर्भूत] सू०२।७।३२. भ० २।१०३,३।२७, १।१७।२२, २८
४१, ४५, ४६, ७८, ११६, १२६; ५८३, ८५,८८; पाउड [प्रावृत] आ० २।३०,८६. सू०१।२।४४; १।३।११ ६।२१३, २२४; १११८२,१७७, १८१,१६२,१२।२६; पाउण [प्र--आप्] -पाउणइ, भ०१।४३३. नाया०
१५।२६, ३३,४०, ४६, ५६, ७३, ७८, १३८, १४६, १११४१५४. अंत० ५।३२. –पाउणई, सू० २।६।४२. १४८, १४६, १५२; १६।३४, ५४; १८।१४५,२२१. -पाउणंति, सू०१।११।२१. पण्हा०४।६.–पाउणह, नाया० १११।५, ४५, ५८,६४,७१, ८१,१४८,१६१, भ० १३।१२१. –पाउणि हिइ, विवा० २।१।३६. १८७; ११२।१७, २०, ४२; १।४।२०; ११।२७,३३, —पाउणिहिति, भ० ११११८२.उवा० ११५३.-पाउ
१०६, ११२; १८।१५, ३०, ३१, ७१, ७६, १५४, णेज्ज, आ० चू०३।१२. –पाउणेज्जा, आ० ३।२६.
२०३,२२४,२२६, २२८,१।६।,४५,४६,१११३।२८, ठा०३१३३८.भ०६।१२४.–पाउणेहिति, भ०१५।१८६
२६,३१, १।१४।८०; १।१६।१८, २०, ३०, ६१, पाउण [प्रा+ वृ] -पाउणिस्सामि, आ० ६।६०
६५, ८६, ६०, २००, २०६, २२२, २३२, २८०; पाउणित्तए [प्राप्तुम् ] आ० चू० ३।३०
१।१७।६; १११६।२०,४०,४५, २।१।३.उवा०१।५२; पाउणित्ता [पालयित्वा] सम० ३०१२; ४२।१; ५४।२;
२।२०,४०,४५, ४८; ३।२०; ५।२०, ६।२४, २८, ७०१२; प्र०४०, ८६
३१; ७।१०, १७, ३८; ८।३१. अंत० ११२; ३।३०, पाउणित्ता [प्राप्य ] सू०२।२।६७.ठा०६।६२.भ० १।४३३.
५०,५१, ८६,६०,१०१,६।४३.अणु०३।५८.विवा० नाया० ११११२०८. उवा० ११५३. अंत०१।२४. अणु० १११।२, ५२, ५३, ५६,५६, ६३, १।२।२४, २६,६०%, १८. विवा० ११११७०
१।३।२४, २६, ३२,११७।२१,२३,२७, ३५,११८।२४; पाउप्पभाय [प्रादुष्प्रभात] नाया० १।१।२४, १५४,
१।१०।१२, १३, १६; २।१।१४, २३ १५५, २०४; ११२।१२, १७, ३७, ५२; १।३।६,२१; पाउया पादुका] भ० २।३१; ६।२०४; १५२२५, ३२, १५।११३; ११७।६,२२; १८।५१,१७५; १।१३।१५, ३६,४८, १३८. नाया०२।१।११. अणु०३।३१. विवा० १११४१५०, ६४; १।१६।६३, ८८, १०४,११८,१५३, २०२२
१५६, १५७, १५८; २।१।३८. अंत० ३।६४, १०८ पाउरण [प्रावरण ] आ० चू० ५।१५. पण्हा० १०।१८ पाउब्भव भ०३७६।२
पाउल्ल [पादुक] सू० १।४।४६ पाउन्भव [प्रादुस्+भू]-पाउन्भवइ,नाया०१।१२।४५. पाउस [प्रावृष ] ठा० ६।६५. भ०७।६२. नाया०१।१।३३,
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