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,१३० १.११७१,७७,६५;
पक्खालण अंगसुत्ताणि शब्दसूची
पगब्भ - पक्खालेज्जा, सू० २।११५९. -पक्खालेहि, नाया० पक्खिवावेत्ता[प्रक्षेप्य ] नाया०१।१२।१६ १२१११२५
पक्खिवावेमाण[प्रक्षेपयत् ] नाया० १।१२।१६ पक्खालण [प्रक्षालन] आ० ६।४।२. सू० १९१३; पक्खि वित्तए[प्रक्षेप्तुम् ] भ० १४।११५. उवा० ४।४२ २१११५६; २।२।४३
पक्खिवित्ता [प्रक्षिप्य ] भ० ११।६४. नाया० १।२।२८. पवखालिज्जमाण [प्रक्षाल्यमान] नाया० १।५।६१ . अंत० ३८६ परखालेता[प्रक्षाल्य ] भ० ३।३३. नाया० १।१।१२६ पक्खिवियव [प्रक्षेप्तव्य ] भ० १३।६७ पक्खासण पक्ष्यासन ] भ० ११।१५६
पक्खु भिय [प्रक्षुभित] भ० २।३०. नाया० १।८।६७; पक्खि पक्षिन् आ० ६।२७.आ० चू०३।४६,५४,४।२५, १।१८।३५, ४०. पण्हा० ३१५. विवा०१।३।२४, ४३
२६. सू० १।५।३६ ; १।६।२१; २।२।६४; २।६।४८. पक्खेव प्रक्षेप] आ० चू०१५॥५.नाया०१७।६; १।६।१८; ठा० ३।३६,४०, ४१; ४१३५६,५५१, ५५३. सम०
१२१२६ ३४११. भ० ७।१।१. ११७; १५॥१८६; ३१।६।१. पखज्जमाण प्रखाद्यमान]स० १५१३४ नाया० १११११५६१।१८।१६. पण्हा०३।१८,४।१६;
पखुभिय[प्रक्षुभित] पण्हा० ३।२३ ६।४. विवा० १११०७०
ठा० ३।१३३. भ०१।२।१, २८८,२१७०, पक्खिकायण [पाक्षिकायन] ठा० ७३५
७१, ३३१७, १३४, ५७८, ८१, २०१; ८।४२७; पक्खिजातिय [ पक्षिजातिक]ठा० ५।१६५
६।३३, ५५,१०१४४,१११७१,७७,१८७; १४।१११; पक्खित्त [प्रक्षिप्त सू० २।२।५६. भ० ३।१४८; ६।४;
१५८१,१०४,१०७, १४७, १६४, १६५; १८।५६. ___८।२५५; १६।५२. नाया० १११४१७७; १।१६।१६
नाया० १११।२०६, २११; १।१६।२४ पक्खिप्प[प्रक्षिप्य] सू० १।५।२१
पगइभद्द[प्रकृतिभद्र] अणु० ११० पक्खिप्पमाण [प्रक्षिप्यमाण] भ० ८।२५५. नाया०
पगंथ [दे०] आ० ६।४२, ८६ ११।४२, १८०
३।३६. पण्हा० १०७ पक्खिय[पाक्षिक] भ०१२।४,६,११से १५,१८,१३।१०३; पगडि प्रकृति भ० १।१७४।१ ; ३।२१; ४०।१ २६।१११
पगडिबंध[प्रकृतिबन्ध] सम० ४।५ पक्खिव[प्र+क्षिप्] -पक्खिवइ,भ० १११६४. नाया० पगडी प्रकृति ] नाया० ११५५६; १।६।४ १११११२७.उवा०४१४५. अंत० ३८६.विवा०१९।५३.
ठा०४१६०४ -पक्खिवंति, नाया० ११७१६.अंत०३।६०-पक्खि.
पगरिणय [प्रगणय्य] आ० चू० १।१६ वति, ठा० ३।३८०. भ० १५।१६२.-पक्खिवह, आ० पगति प्रकृति ] ठा० ४।२९२ से २६६ चू० ३।२५. नाया० ११३।१६. अंत० ३।६०.-पक्खि
पगतिबंध[प्रकृतिबन्ध] ठग० ४।२६० वामि, नाया०१।१६।२४०.उवा० ४१३६.-पक्खिवैति,
पगतिभद्दता [प्रकृतिभद्रता] ठा० ४।६३० नाया० ११३।१६. -पक्खिवेज्जा, आ० चू० ३।२६.
पगतिविणीयया[प्रकृतिविनीतता] ठा० ४।६३० भ०३।१४८. नाया० ११६४. -पक्खिवेमि, नाया०
पगत[प्रगर्त] आ० चू० १०।१७ ११७३३
पगत्तित्तु [प्रकर्त्तयितु] सू० १।८।५ पक्खिव [प्र.+क्षेपय]-पक्खिवावेइ,नाया० १।१२।१६.
पगप्प[प्रकल्प] आ० ८७६ -पक्खिवावेमि, नाया० १।१२।१६
पगप्पएत्ता[प्रकल्प्य] सू० २।६।३७ पक्खिवणया प्रक्षेपना] भ० १४११८, २०
पगप्पिय [प्रकल्पित] सू० १।३।५५ पक्खिवमाण [प्रक्षिपत् ] नाया० १।८।४१
पगब्भ[प्रगल्भ]भ० ६।१७३ पक्खिवावित्तए[प्रक्षेपयितुम्]नाया० १।३।१६ पगब्भ[प्र+गल्भ्]-पगब्भइ, आ० ६।१८.-पगब्भई,
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