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________________ जणवयान्तर अंगसुत्ताणि शब्दसूची जमालि ३।१५; ४११५; ११५; ६।१५, ३२; ७.३६, ५३; सम० ३४११. भ० ८।३०१. पण्हा० ८।२ ८।१७, ५२; ६।१५; १०।१५. अंत०११२२; ६१५८. जदा यदा] भ०८।३०१ अणु० ३।२८, ७० जदि [यदि ] ठा० ३।३३६ जणवयान्तर [जनपदान्तर] आ० ६।६६ जदिच्छा [यदृच्छा] पण्हा० २।८ जणवाय [जनवाद] सम०७२।७. नाया० १११८५ जधा[यथा] ठा० ५।६१ जणवूह [जनव्यूह] विवा० १।१।१६ जन्न [यज्ञ] नाया० १।१।१२७. पण्हा० २।१३ जणसण्णिवाय [जनसंनिपात ] विवा०. २।१।३३ जन्तु [जानु] आ० चू० १५।२६, ३१. नाया० १।२।१२, जणसद्द[जनशब्द] विवा० १।१।१६; २।१।३३ १४; १।६।२८, २६ जणिय [जनित] भ० ६।१६६. नाया० १।१।३३, ५६, जन्नोवइय [यज्ञोपवीत] नाया० १।१६।१८५ १०६, १६३; १।८।६२,८८, ६६, ११२,१३६, १५५; जप [जप्] -जपंति, पण्हा० २१६ १।१०।६।३, ४. अंत० ३१६८.पण्हा०७।२१,१०।१८ जप भ० १०॥४६, ५१, ५४, ५६,६०. जणी [जनी] नाया० २।९।६; २११०१६ नाया० १११११५४, १५५ जण्ण [जन्य] सू० २।६।२ जम [यम] ठा० ४११२१, १२२, १५०, १५२, ३३३; जण्ण [यज्ञ] भ०६।१८६. नाया० श२।११. पण्हा० ६१५१; ७६६; १०॥४६. भ०३१२४७, २५६से २६०, ६।३।६।१०; १०७ २७२, २७७; ४।१; १०।७३; ११।६६. नाया० जण्णइज्ज [ यज्ञीय] सम० ३६।१ १५।५२. पण्हा० ६१ जण्णं [यच्च ] अंत० ३।६५ जमईय [यमकीय] सू० १ श्रु० १५ अ०सम०१६।१,२३।१ जण्णु [जानु] अंत० ३।३६; ६।१६, २३, २५. पण्हा० जमक [यमक] पण्हा० ५।३ ४८. विवा० १७।२१ जमकाइय [यमकायिक] भ० ३।२५७, २५८. पण्हा० जण्णोवइय [यज्ञोपवीत] भ० ३।२२१।१; १३।१५२ १।२६ जत [यत] आ० ११६८. सू० १।१२।१७; १।१५।११। जमग [यमक] सम० प्र० ५६. पण्हा० ५।३ जति [यति] ठा० श२०६. भ० १९८५, ६५, ६७,६८, जमगपव्वय [यमकपर्वत] भ०१४।१२० १०४, १०५. पण्हा०६।१ जमगसमग [दे०,युगपत् ] भ० ६।१८२; ११।१०६, जति [यदि] पण्हा० ३।२२ ११०. नाया० १।१।३३; १।४।२१; १।६।१६०,१६१. जतितव्व [यतितव्य] ठा० ८.१११ विवा० ११११५२ जतिवंस [यतिवंश सम०प्र० २६१ जमदेवयकाइय [यमदैवतकायिक] भ० ३।२५७ जतिविह [ यतिविध] भ० १६६६, ६६ जमपुरिस [यमपुरुष] पण्हा० ११२३; ३।१३ जतुगोला [जतुगोलक] भ० १६।३४ जमप्पा [यमप्रभ] भ० १०।४६ जतो [यतस् ] सू० १।१६।४ जमल [यमल]. भ० १४१३; १५।६३; १९३४, ३५. जत्त [यत्न] भ०६।१८७, १८८. नाया० १।१।१२६ ।। नाया० ११११८६, १२६, १३४; ११६।२०. उवा० जत्ता [यात्रा] भ० १८।२०६,२०७. नाया० ११५७० से २।२१, ३४; ७।५०. पण्हा० ४।५, ८ ७२; १०८।१६१; १९।५. विवा०१।१।१६, २० जमलत्त [यमलत्व] विवा० १।४।३३ जत्ताभयय [यात्राभृतक] ठा० ४।१४७ जमलिय [यमलित] भ० ११५० जत्तिय [ यावत् ] सम० प्र०६६,६७, १२८. भ०३।२४५; जमलोइय [यमलौकिक ] स० १३१२।१३ ६।१२०, १३।२८; १६७४ ____जमा [यमा,यामी] भ० १०७३ जत्थ [यत्र] आ०चू० १।२८. सू० १।२।३६. ठा०४।३६२. जमालि [जमालि ठा० ७।१४१; १०११३।१. भ. Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016053
Book TitleAgam Shabdakosha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMahapragna Acharya
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year1980
Total Pages840
LanguagePrakrit, Sanskrit
ClassificationDictionary, Dictionary, Agam, Canon, & agam_dictionary
File Size17 MB
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