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( २२४ ) सादणकदी गाणाजीवं पडुच्च सव्वद्धा। एगजीवं पडुच्च जहण्णेण एगसमओ, उक्कस्सेण अंतोमुहुत्तं । आहारपरिसादणकदीए मणजोगिभंगो।
ओरालियमिस्सकायजोगीसु ओरालियसंघादणकदी ओघो। ओरालियसंघादण-परिसादणकदी गाणाजीवं पडुच्च सव्वद्धा। एगजीवं पडुच्च जहण्णण एगसमओ, उक्कस्सेण अंतोमुहत्तं समऊण । तेजा-कम्मइयसंघादण-परिसादणकदी गाणाजीवं पडुच्च सव्वद्धा। एगजीवं पडुच्च जहण्णण एगसमओ। उक्कस्सेण अंतोमुहत्तं।
वेउन्वियकायजोगीसु वेउन्विय-तेजा-कम्मइयसंघादण-परिसादणकदीए मणजोगिभंगो। वेउव्वियमिस्सकायजोगीसु वेउव्वियसंघादणकदीए देवभंगो। वेउन्विय-तेजा-कम्मइयसंघादण-परिसादणकदी णाणाजीवं पडुच्च जहण्णण अंतोमुहत्तं, उक्कस्सेण पलिदोवमस्स असंखेज्जदिभागो। एगजीवं पडुच्च जहण्णुक्कस्सेण अंतोमुहुत्तं।
___ आहारकायजोगीसु ओरालियपरिसादणकदी आहार-तेजा-कम्मइयसंघादण-परिसादणकदी णाणाजीवं पडुच्च जहण्णण एगसमओ, उक्कस्सेण अंतोमुहुत्तं । आहारमिस्सकायजोगीसु ओरालियपरिसादणकदी आहार-तेजा-कम्मइयसंघादण-परिसादणकदी-णाणाजीवं पडुच्च एगजीवं जहण्णुक्कस्सेण अन्तोमुहुत्तं । आहारसंघादणकदी ओघो।
कम्मइयकायजोगोसु ओरालियपरिसादणकदी गाणाजीवं पडुच्च जहण्णण तिण्णि समया, उक्कस्सेण संखेज्जा समया। एगजीवं पडुच्च जहण्णुक्कसेण तिणि समया। तेजा-कम्मइयसंघादण-परिसादणकदी णाणाजीवं पडुच्च सव्वद्धा। एगजीवं पडुच्च जहण्णण एगसमओ, उक्कस्सेण तिण्णि समया।
-षट्० खण्ड० ४ । १ । सू ७१ । पु ९ । पृष्ठ० ३९२ । ९५ पांच मनोयोगी और पांच वचनयोगी जीवों में औदारिक व वैक्रियशरीर की परिशातनकृति तथा औदारिक, वैक्रियिक, तैजस और कार्मणशरीर की संघातन परिशातनकृति नाना जीवों की अपेक्षा सर्वकाल है। एक जीव की अपेक्षा जघन्य से एक समय और उत्कृष्ट अंतर्मुहूर्त है। आहारकशरीर के दो पदों की प्ररूपणा ओघ के समान है।
___ काययोगियों में औदारिकशरीर की संघातन-परिशातनकृति तथा वैक्रियशरीर की परिशातन व संघातन-परिशातन कृतियों की प्ररूपणा तिर्यंचों के समान है। इनमें औदारिकशरीर भी संघातन-परिशातनकृति का नाना जीवों की अपेक्षा सर्वकाल है।
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