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आगमसद्दकोसो
सेवट्टसंघयणनाम [सेवार्तसंहनननामन्] नाम- || सूय. ६८७; કર્મની એક પ્રકૃત્તિ જેના વડે જ સંઘયણમાંનું | सेवालत्त [शैवालत्व] सेवा છેવટનું સંઘયણ પ્રાપ્ત થાય
सूय. ६८६; सम.५५;
सेवालभक्खि [शैवालभक्षिन सेवाण लक्षारी सेवन सेवन सेवा वी ते
જીવન ચલાવનાર એવો તાપસ વર્ગ सूय. ३९२;
उव. ४४,
पुष्फि . ५; उत्त. ११०३,१४४६,
सेवि सेविन्] सेवा ४२नार, सेवनार सेवनया सेवना] सेवा, पर्युपासना, मन्ति ___टा. २९३,२९४; भग. ७०५,९६५;
सेविउं [सेवितुम्] सेवा ४२वा भाटे, सेवाउत्त. १११३,१२१६;
ભોગવવા માટે सेवना सेवना] हुमो 6५२'
तंदु. ५८; पण्हा. ११,२३,३४; पन्न. १८८; सेवित्तए सेवितुम्] हुमो 6५२' सेवनाधिकार [सेवनाधिकार] सेवासतिनो __ आया. ५३९; અધિકાર
सेवित्ता सेवित्वा] सेवीने पण्हा. १८;
वव. ३३; सेवमाण [सेवमान सेवतो, भोगवतो सेवित्तु [सेवित सेवनार आया. ५३९, सूय. ४०६;
ठा.८०२
सम. ११; सम. ५१; भग. १२९
उत्त. ५१२ पण्हा. १९; निसी. ५८,११७,१९६, सेविय सेविता सेवन २८ ३१३,३९२,४६९,५६०,५७९;
नाया. ७५,
पण्हा. १७,१९,२०; उत्त.५१२;
दस. २६२,२९१; सेवय [सेवक सेवा २नार, नो२
सेवियव्य [सेवितव्य सेवन ४२॥ योग्य उत्त. ५५५;
पण्हा. ३७; सेवा [सेवा] सेवा, ति, शन्द्रनी में - सेवेमाण सेवमान सेवन तो મહિષી
टा. २१५; पण्हा. २३: उत्त. १२४९,१७३०; सेस [शेष जयेशु, 48वधेर्यु सेवाय /सेवय] सेवg
आया. ६८,५१०,५३५; दस. ३७;
सूय. १३४,६७१,६८६,६८७,७९०; सेवाल [शैवाल] ele, शेव, गुटमातिनु टा. ५१,७७,१६२,३२४,३२९,४५७,६४५,
६८३,७००,८६३; सूय. ६८६,६८७; सम. ३३०;
सम. ५४,१४८,१६८,२२७,२३१,२३२, पन्न. ५४,७७,८३,१६१;
२५२,२८७,२८८,२९४,३०२; जंबू. ३२; पुष्फि . ५;
भग.१६,२७,४४,१०७.१३०,१४९,१५५, सेवालगुम्म [शेवालगुल्म] मे वृक्ष
२५९,२६३,२८६,२८८,२९८,३२७,३४३, जीवा. १८५;
३८३,३८६,४०६,४०९,४२०,४२४,४३३, सेवालजोणिय [शैवालयोनिक] सेवायोनि ४३५,४५०,४५३,४५८,४८२,४८७,४८९, વનસ્પતિ
४९८ थी ५०१,५०८,५१०,५२३ थी ५२५,
વૃક્ષ
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